भारी बारिश के अलर्ट के चलते गुरुग्राम में वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी जारी, ऑनलाइन चलेंगे स्कूल

हरियाणा के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए गुरुग्राम प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी कॉर्पोरेट व निजी कार्यालयों को कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने की सलाह दी है, वहीं स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया गया है. प्रशासन ने सड़कों पर जलभराव और बाढ़ की आशंका को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतने की बात कही है.

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Kuldeep Sharma

गुरुग्राम और हरियाणा के अन्य जिलों में लगातार हो रही बारिश के बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. सोमवार को केवल गुरुग्राम में ही चार घंटे के भीतर 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. ऐसे हालात में जिला प्रशासन ने एहतियातन वर्क फ्रॉम होम और स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस की एडवाइजरी जारी की है, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ट्रैफिक जाम या जलभराव से बचा जा सके.

गुरुग्राम के डीसी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय कुमार ने भारी बारिश के मद्देनजर सभी कॉर्पोरेट और निजी कार्यालयों से अपील की है कि वे 2 सितंबर को कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दें. साथ ही, सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित करें. प्रशासन का कहना है कि यह कदम न केवल बच्चों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि सड़कों पर भीड़ और ट्रैफिक दबाव को कम करने में भी मदद करेगा.

मौसम विभाग का अलर्ट और तैयारी

सोमवार को गुरुग्राम में दोपहर से शाम तक मूसलाधार बारिश हुई, जिसके चलते कई जगहों पर पानी भर गया. मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. विभाग ने कहा है कि गरज-चमक के साथ तेज बारिश होगी, जिससे शहर की सड़कों पर जलभराव बढ़ सकता है. प्रशासन ने जल निकासी की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और रेस्क्यू टीमों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं.

नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पार 

हरियाणा के अन्य जिलों में नदियां खतरे के निशान पार कर चुकी हैं. सिरसा में घग्गर, फरीदाबाद में यमुना और कुरुक्षेत्र में मार्कंडा नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. पंचकूला, अंबाला, करनाल और गुरुग्राम समेत 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों के लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.

सरकार का सुरक्षा पर जोर

राज्य सरकार ने भी अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने आदेश जारी कर कहा है कि 5 सितंबर तक सभी अधिकारी मुख्यालय पर ही तैनात रहें और इस दौरान किसी को भी छुट्टी की अनुमति नहीं दी जाएगी. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट करने, बिजली आपूर्ति पर नजर रखने और राहत-बचाव कार्यों की तैयारी करने का आदेश दिया गया है. सरकार ने साफ कहा है कि इस आपदा से निपटने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.