'जलभराव के कारण हुआ निजामुद्दीन दरगाह हादसा, 6 लोगों की जान चली गई', AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर साधा निशाना

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह समस्या हर जगह है कि जहां भी एएसआई का स्मारक है, वहां एक संसद का कानून है, जिसके कारण लोग अपने आसपास की संरचनाओं की मरम्मत भी करते हैं, तो एएसआई वाला पैसे मांगने आ जाता है. तो वह आदमी मरम्मत नहीं कर पाता.

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Mayank Tiwari

दिल्ली मे बार-बार हो रहे जलभराव और बारिश के चलते लोगों की जा रही जान को लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर पलटवार किया है. "आप" दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा सरकार दिल्लीवालों के लिए विपदा बन चुकी है. वह दूसरों पर दोष मढ कर जलभराव रोकने में अपनी नाकामी को नहीं छिपा सकती. शुक्रवार को बारिश में पानी जमा होने से दरगाह शरीफ पट्टे शाह परिसर में छत गिरने से 6 लोगों की मौत बेहद दुखद है. गुरुवार को भी बारिश के चलते पेड़ गिरने से बाइक सवार और डीडीए की दीवार गिरने के दो बच्चों की दुखद मौत हो गई थी.

वहीं, राजधानी दिल्ली में डिसिल्टिंग के तमाम दावों के बाद भी दिल्ली डूब रही है और अब तक दो दर्जन लोगों की जान जा चुकी है. बारिश के कारण कहीं पेड़ तो कहीं खंभे गिर रहे हैं. बड़ी-बड़ी बातों के बजाय सरकार को जमीन पर उतरना होगा.दिल्ली के लोगों ने भाजपा को काम करने के लिए चुना है, दूसरों पर उंगली उठाकर अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती है.

घायलों को प्रशासन ने अस्पताल पहुंचाया

निजामुद्दीन इलाके में दरगाह शरीफ पट्टे शाह परिसर में छत गिरने के बाद मौके पर पहुंचे सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह निजामुद्दीन दरगाह का पूरा परिसर है. यहां दरगाह शरीफ पत्ते शाह नाम की एक पुरानी संरचना थी, जो बहुत सुंदर दरगाह थी. लोगों ने मुझे अभी बताया कि करीब 4:00 बजे बारिश हुई. छत पर या आसपास पानी इकट्ठा होने के कारण यह इमारत गिर गई. इसके अंदर छह लोगों की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हुए हैं. घायलों को प्रशासन ने अस्पताल पहुंचाया. कुछ लोग एम्स में हैं और शायद एक व्यक्ति आरएमएल अस्पताल में है.

AAP की प्रशासन को सलाह- अपना काम दुरस्त करो

वहीं, आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस इलाके की “आप” पार्षद सारिका चौधरी यहां आई थीं. उन्होंने मुझे इसकी जानकारी दी. यह बहुत दुख की बात है कि पिछले करीब तीन महीने से दिल्ली में इस बरसात के चलते कहीं पेड़, कहीं दीवार, कहीं छत और कहीं बिजली का खंभा गिर रहा है. अब तक करीब 30 लोग दिल्ली में मारे जा चुके हैं. तो आम आदमी पार्टी का प्रशासन से यही कहना है कि अपने काम को थोड़ा दुरुस्त करो.

सौरभ भारद्वाज ने डीएम के अतिक्रमण को लेकर बयान पर कहा कि डीएम तो अपनी जिम्मेदारी टालने के लिए दूसरों पर ही मुकदमा करेगा. वरना डीएम से पूछो, तो वह कहेगा, “तुम मुझसे क्या पूछ रहे हो? पहले मैं तुम पर ही मुकदमा कर दूं”, ताकि जनता डर जाए. यह डराने के हथकंडे पुराने हो गए.

सौरभ भारद्वाज ने एएसआई पर साधा निशाना

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह समस्या हर जगह है कि जहां भी एएसआई का स्मारक है, वहां एक संसद का कानून है, जिसके कारण लोग अपने आसपास की संरचनाओं की मरम्मत भी करते हैं, तो एएसआई वाला पैसे मांगने आ जाता है. तो वह आदमी मरम्मत नहीं कर पाता. यह सिर्फ यहीं नहीं है. जितने भी एएसआई के पुराने स्मारक हैं, वहां आसपास, चाहे पंचशील हो, वहां लोग अपनी कोठी नहीं बना पा रहे हैं. चिराग दिल्ली में कोई आदमी ईंट लगाता है, तो एएसआई वाला आ जाता है. शाहपुर जट में कोई कुछ करता है, तो एएसआई आ जाता है. इसके अंदर भी सुधार होना चाहिए. 

हुमायूं का मकबरा पूरी दुनिया में मशहूर

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार से निवेदन ही कर सकती है. हम लगातार कह रहे हैं कि सिर्फ बातें करने से नहीं होगा. मंत्रियों व मुख्यमंत्री को जमीन पर उतरना पड़ेगा. निजामुद्दीन दरगाह पूरी दुनिया में मशहूर जगह है. हुमायूं का मकबरा यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और यह सुंदर नर्सरी रास्ता है. इस रास्ते में पूरे रास्ते में सीवर का पानी भरा हुआ है. छोटा-मोटा पानी नहीं, अच्छा-खासा पानी भरा हुआ है. घुटनों तक भी पानी है. यह आज से नहीं, करीब 15 दिन से पानी भरा हुआ है. सोचने वाली बात है, यह जगह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और हुमायूं का मकबरा पूरी दुनिया में मशहूर है. यहां जो लोग आते होंगे, वो दिल्ली के बारे में क्या सोचते होंगे?

BJP ने स्कूलों की फीस 50 से 80 फीसद तक बढ़ाई- AAP

इससे पहले, सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से प्रश्न किया कि बृहस्पतिवार को कालकाजी इलाके में जिसके ऊपर पेड़ गिर गया और वो बेचारा मर गया, क्या वो पेड़ अरविंद केजरीवाल ने गिराया? जो भाजपा ने आते ही स्कूलों की फीस 50 से 80 फीसद तक बढ़ा दी, क्या वो अरविंद केजरीवाल ने बढ़ाई? जो भाजपा के आते ही जगह-जगह बिजली कटने लग गई, क्या वो अरविंद केजरीवाल कटवा रहे हैं?

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा सरकार के तमाम डीसिल्टिंग के दावों के बाद भी दिल्ली पूरी पानी-पानी हो गई. अब तक करीब दो दर्जन लोग मर चुके हैं. सात-सात लोग तो दीवार गिरने से मर रहे हैं. इस साल अभी तक दो दर्जन से ज्यादा लोग बरसात से जुड़ी आपदाओं से दिल्ली में मर चुके हैं. क्या वो अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं? रेखा गुप्ता की सरकार को कुछ काम करना पड़ेगा. बिना काम किए, सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने से रेखा गुप्ता का कोई भला नहीं होने वाला और ना ही दिल्ली के लोगों का भला होने वाला है.

BJP की चार-इंजन वाली सरकार को काम करने में कोई रुचि नहीं

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा की चार-इंजन वाली सरकार को काम करने में कोई रुचि नहीं है. हर नाकामी के लिए वे वही घिसा-पिटा बहाना बनाते हैं और सारा दोष अरविंद केजरीवाल पर मढ़ देते हैं. ठीक वैसे ही जैसे भाजपा की केंद्र सरकार हर चीज के लिए नेहरू जी को जिम्मेदार ठहराती है. भाजपा  सरकार अपनी जवाबदेही से भागना बंद करे, क्योंकि दिल्ली की जनता ने उन्हें काम करने के लिए चुना है, न कि “आप” की पूर्व सरकार और अरविंद केजरीवाल पर उंगली उठाकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के लिए.

दिल्ली में कार नहीं, अब बोट चलेगी - जरनैल सिंह

उधर, तिलकनगर से “आप” विधायक जनरैल सिंह ने शुक्रवार को जलभराव में बोटिंग करते हुए एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि जो लोग राफ्टिंग के लिए ऋषिकेश जा रहे थे, वो अपना कार्यक्रम कैंसिल कर सकते हैं. दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने हर गली, मोहल्ले, और कॉलोनी के अंदर फर्स्ट क्लास राफ्टिंग का प्रबंध कर दिया है. दिल्लीवासियों को सिर्फ एक छोटी सी बोट खरीदनी है, जो कुछ हजार में आ जाती है. अगर आप ऋषिकेश जाते हैं, तो पैसा भी खर्चा होता ही है. बोट को स्थायी रूप से खरीद लें, क्योंकि रेखा गुप्ता सरकार के बस की नहीं है कि वो जलभराव को रोक सके. हर बारिश में दिल्ली में जलभराव होना ही है. ऐसे में हर गली व मोहल्ले के अंदर इस राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं. दिल्लीवासियों को चार इंजन की जंग लगी सरकार को अभी साढ़े चार साल झेलना पड़ेगा. इसलिए सरकार को झेलिए और इस राफ्टिंग का भी आनंद लीजिए. वैसे, यह सुविधा रेखा गुप्ता सरकार ने हर गली में दे रखी है. तो दिल्लीवासी अपने आसपास भी इसका मजा ले सकते हैं. टैक्स भी नहीं है, राफ्टिंग पूरी तरह टैक्स फ्री है.

जरनैल सिंह ने एक्स पर कहा कि कार नहीं, अब बोट चलेगी!दिल्ली में निःशुल्क 'रिवर राफ्टिंग' का मज़ा लीजिए. चार इंजन वाली सरकार दिल्ली में जलभराव रोकने में पूरी तरह फेल है.