लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने रविवार (6 जुलाई) को सरन जिले में एक राजनीतिक रैली के दौरान ऐलान किया कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इस घोषणा के साथ उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से बिहार की सभी 243 सीटों पर कड़ा परिश्रम करने का आह्वान किया. उनकी पार्टी बीजेपी और जेडीयू के साथ गठबंधन में यह चुनाव लड़ेगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "हां, मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ूंगा." यह बयान उन्होंने सरन में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए दिया.
VIDEO | Bihar Assembly Elections: Addressing a rally in Saran district earlier today, Union Minister Chirag Paswan (@iChiragPaswan) said, "People have been asking me whether Chirag Paswan will contest the assembly elections. I want to announce from Saran that yes, Chirag Paswan… pic.twitter.com/36AJak9J9g
— Press Trust of India (@PTI_News) July 6, 2025
2020 में निराशा, 2024 में उभरा नया जोश
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी ने 137 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल मटिहानी सीट जीत सकी थी. हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में चिराग ने हाजीपुर सीट से राजद के शिव चंद्र राम को 1,70,000 से अधिक वोटों से हराकर शानदार जीत हासिल की. वर्तमान में वे लोकसभा सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में उनकी पार्टी के साथ जेडीयू, टीडीपी और अन्य दल शामिल हैं.
महागठबंधन पर तीखा हमला
रैली में चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों के महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि यह वही गठबंधन है जिसने हमेशा संविधान की पवित्रता को ठेस पहुंचाने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "मेरे नेता और पिता राम विलास पासवान की कसम, जब तक मैं जिंदा हूं, कोई भी आरक्षण या संविधान को खतरे में नहीं डाल सकता."चिराग ने कांग्रेस पर 1975 में आपातकाल लागू करने और संविधान की आत्मा को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "यह कांग्रेस, जो राजद की सहयोगी है, हमेशा संविधान को खतरे में डालती रही है.
आपातकाल के दौरान उन्होंने संविधान के प्रस्तावना में 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द जोड़े और संविधान की हत्या की."महागठबंधन, जो राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है, ने बीजेपी और एनडीए पर संविधान बदलने और निचली जातियों के लिए आरक्षण खत्म करने के आरोप लगाए हैं. चिराग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए महागठबंधन को ही संविधान का विरोधी बताया.
नीतीश सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल
चिराग पासवान ने अपने गठबंधन सहयोगी जेडीयू और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा. उन्होंने पटना के गांधी मैदान में व्यवसायी गोपाल खेमका की हालिया हत्या का जिक्र करते हुए बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमराई हुई है. हत्याएं और अन्य अपराध आम हो गए हैं. यह हम सभी के लिए चिंता का विषय है. मेरे लिए भी, क्योंकि जिस सरकार का मैं समर्थन करता हूं, वह सुशासन के लिए जानी जाती है.
"गोपाल खेमका, जो मगध अस्पताल के मालिक थे, उनकी शुक्रवार को पटना के पॉश गांधी मैदान क्षेत्र में अज्ञात बाइक सवार हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. छह साल पहले उनके बेटे गूंजन खेमका, जो बीजेपी नेता थे, की भी इसी तरह दिनदहाड़े हत्या हुई थी. चिराग ने कहा कि वे एक ऐसे बिहार की कल्पना करते हैं जहां आम लोग बिना किसी डर या खतरे के अपने रोजमर्रा के काम कर सकें.
आगामी चुनाव और रणनीति
बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने की संभावना है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ने अभी तक सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप नहीं दिया है. चिराग पासवान की यह घोषणा और उनकी आक्रामक रणनीति बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला सकती है. उनकी पार्टी का बीजेपी और जेडीयू के साथ गठबंधन इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.