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बीपीएससी कैंडिडेट्स के समर्थन में छात्र संगठनों का प्रदर्शन, पटना में भारी पुलिस बल तैनात

पुलिस ने डाक बंगला चौराहा पर बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया. इसके बाद, प्रदर्शनकारी वहीं पर सड़क पर बैठ गए और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग करने लगे. इस स्थिति को देखते हुए डाक बंगला चौराहे पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया, और वाटर कैनन भी मौके पर लाए गए.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Bihar News
Courtesy: Social Media

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित परीक्षा में असंतुष्ट अभ्यर्थियों के समर्थन में छात्र संगठन मैदान में उतर आए हैं. कैंडिडेट्स के समर्थन में पप्पू यादव ने आज बिहार बंद बुलाया है. वहीं जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर कैंडिडेट्स के समर्थन में गुरुवार शाम से आमरण अनशन पर बैठे हैं.

प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करने के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और री एग्जाम की मांग कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में आइसा के साथ-साथ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ), राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई), अखिल भारतीय युवा महासभा (एआईवाईएफ), और डेमोक्रेटिक युथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) जैसे छात्र संगठन भी शामिल हुए. छात्र संगठनों ने कारगिल चौक से मुख्यमंत्री आवास तक मार्च निकालने का आह्वान किया. 

डाक बंगला चौराहा पर बैरिकेडिंग

हालांकि, पुलिस ने डाक बंगला चौराहा पर बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया. इसके बाद, प्रदर्शनकारी वहीं पर सड़क पर बैठ गए और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग करने लगे. इस स्थिति को देखते हुए डाक बंगला चौराहे पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया, और वाटर कैनन भी मौके पर लाए गए. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक की स्थिति बनी हुई है. प्रदर्शनकारी सीएम आवास तक मार्च निकालने की जिद पर अड़े हैं, जबकि पुलिस किसी भी स्थिति में उन्हें आगे बढ़ने देने को तैयार नहीं है. 

आमने-सामने छात्र और पुलिस

इस दौरान स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई, और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया. पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को मजबूत कर लिया था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सीएम से मिलने की हठधर्मिता जारी रखी.

बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग

बीपीएससी अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. और लाठीचार्ज की घटना के बाद वे न्याय की मांग कर रहे हैं. वे बार-बार री एग्जाम की मांग उठा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं. इस आंदोलन ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन के सामने एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है.