Samastipur Mob Lynching: बिहार के समस्तीपुर में पुलिस ने एक मुस्लिम शख्स पर गोमांस बेचने के संदेह में हमला करने के आरोप में 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिन 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें से दो आरोपयों को गिरफ्तार कर लिया है. अगस्त में हुई इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है.
विद्यापति नगर थाने में दर्ज FIR के अनुसार, घटना 16 अगस्त को दोपहर में बंगरा रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई, जब रहीमाबाद गांव के रहने वाले 54 साल के सरजुलम कुरैशी मटन बेचकर घर लौट रहे थे. कुरैशी ने बाद में पुलिस को बताया कि उनके साथ मारपीट की गई और उनसे 6,500 रुपये कैश भी आरोपियों ने छीन लिए.
विद्यापति नगर थाने के प्रभारी फिरोज आलम ने घटना का संज्ञान लेते हुए 17 अगस्त को 19 लोगों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज की. वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई और उन पर जानलेवा हमले से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. आलम ने कहा कि मैंने वायरल वीडियो के आधार पर मामला दर्ज किया है. हम मामले की जांच कर रहे हैं.
पुलिस के अनुसार, 26 अगस्त को गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान राजा और रोशन कुमार झा के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि ज़्यादातर आरोपी या तो स्व-रोजगार वाले या बेरोज़गार युवा हैं और किसी भी गौरक्षक समूह से जुड़े नहीं हैं.
वायरल वीडियो में कुछ लोग कुरैशी से उनकी मोटरसाइकिल से लटके बैग के बारे में पूछते हुए दिखाई दे रहे हैं. उनमें से कुछ लोग उनके बैग की तलाशी लेते हुए ये आरोप लगाते हुए देखे जा सकते हैं कि इसमें गोमांस हो सकता है. वीडियो में घबराए हुए कुरैशी को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि वो बछड़े का मांस बेच रहा था. इसके बाद कुछ लोग उसकी ओर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं और कुछ लोग उसे मुक्का मारने की कोशिश कर रहे हैं. वीडियो में, घटनास्थल पर मौजूद अन्य लोगों को कुरैशी को बचाते हुए देखा जा सकता है.
वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद स्थानीय आरजेडी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन (समस्तीपुर), आलोक कुमार मेहता (उजियारपुर) और रणविजय साहू (मोरवा) पीड़ित के घर पहुंचे और उन्होंने थाना प्रभारी को फोन करके कड़ी कार्रवाई करने को कहा. शाहीन ने बाद में पत्रकारों से कहा कि ये स्पष्ट रूप से मॉब लिंचिंग का मामला है और हम इसे यूं ही नहीं छोड़ सकते.
समस्तीपुर के भाजपा नेता रंजीत निर्गुणी ने कहा कि हालांकि पुलिस ने काफी देर से कार्रवाई की, लेकिन हम जानना चाहते हैं कि कुरैशी के खिलाफ गोमांस बेचने का मामला क्यों दर्ज नहीं किया गया? अगर एफआईआर का आधार वायरल वीडियो है जिसमें कुरैशी स्पष्ट रूप से स्वीकार कर रहा है कि वह गोमांस बेच रहा था, तो उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए था क्योंकि बिहार में गोहत्या प्रतिबंधित है.
विद्यापति नगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी आलम ने कहा कि एफ़आईआर में कुरैशी ने हमें बताया है कि वो मटन बेचता है. हालांकि, हम मामले की जांच कर रहे हैं.