इंसानियत हुई शर्मसार! 2 नवजात बच्चों को कूड़े के ढेर में फेंककर लगाई आग, CCTV से हुआ हैवान खुलासा

बिहार के समस्तीपुर में एक खौफनाक वारदात हुई है. बुधवार सुबह सड़क किनारे कूड़े के ढेर पर दो नवजात शिशुओं के अधजले शव मिले. सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स उन्हें फेंककर लाइटर से आग लगाता दिखा.

Grok-AI
Princy Sharma

समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले के लोगों को एक बहुत ही डरावनी और हैरान करने वाली घटना ने हिलाकर रख दिया है. बुधवार सुबह-सुबह, शाहपुर पटोरी सब-डिवीजनल हॉस्पिटल और पटोरी ब्लॉक ऑफिस के बीच मेन सड़क के किनारे दो नए जन्मे बच्चों की थोड़ी जली हुई लाशें पड़ी मिलीं. इस क्रूरता की शर्मनाक हरकत की खबर तेजी से फैल गई, जिससे पूरे शहर में दहशत और दुख फैल गया.

इस जुर्म को और भी परेशान करने वाला वह सबूत है जो पास के CCTV कैमरे में कैद हो गया है. फुटेज में एक अनजान आदमी दो नए जन्मे बच्चों को सड़क के पास कूड़े के ढेर पर फेंकता हुआ और फिर उन्हें लाइटर से आग लगाते हुए दिख रहा है. ठंड और ओस की वजह से, बच्चे पूरी तरह से नहीं जले, लेकिन दुख की बात है कि दोनों की पहले ही मौत हो चुकी थी.

लोगों में हैरानी और शक

बुधवार सुबह राहगीरों ने बच्चों की लाशें देखीं, जिससे वे तुरंत परेशान हो गए और मौके पर बड़ी भीड़ जमा हो गई. लोगों को तुरंत शक हुआ कि ये बच्चे इलाके में हुए गैर-कानूनी अबॉर्शन का नतीजा हैं और किसी ने लाशों को फेंककर सबूत जलाने की कोशिश की. हालांकि, एक साथ दो नए जन्मे बच्चों के मिलने से कई लोग कन्फ्यूज हो गए. फुटेज को देखते हुए, इस बात का पक्का शक है कि अबॉर्शन का गैर-कानूनी काम पास में चल रहे बिना इजाजत वाले नर्सिंग होम में किया गया था.

पुलिस के कुछ न करने पर लोगों में गुस्सा

लोग पहले से ही इस जुर्म की बेरहमी से परेशान थे, लेकिन पुलिस के बेपरवाह रवैये की वजह से उनका गुस्सा और बढ़ गया. जानकारी होने के बावजूद, पुलिस का कोई भी प्रतिनिधि जांच करने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा. पुलिस के एक्शन लेने का घंटों इंतजार करने के बाद, परेशान लोकल लोग जो यह नजारा बर्दाश्त नहीं कर पाए, आखिर में लाशों को उसी कचरे से ढक दिया. 
हैरानी की बात है कि पुलिस स्टेशन क्राइम सीन से मुश्किल से एक किलोमीटर दूर है.

DSP ने क्या कहा?

इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) बी. के. मेधावी ने दावा किया कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. सब-डिविजनल हॉस्पिटल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. अमिताभ रंजन ने कहा कि उन्हें देर से बताया गया और उन्होंने कन्फर्म किया कि उनके हॉस्पिटल में ऐसा कोई मामला नहीं हुआ. हालांकि, उन्होंने पटोरी में गैर-कानूनी नर्सिंग होम की जांच का वादा किया, इसे इंसानियत के खिलाफ शर्मनाक काम बताया और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की.