'कभी-कभी खुद पर शक...', प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीतने के बाद क्या बोले विराट कोहली?

विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. विराट कोहली को 12वीं बार इस सम्मान से सम्मानित किया गया. इस मामले में विराट कोहली ने श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज सनथ जयसूर्या को पीछे छोड़ दिया.

Anuj

स्पोर्ट्स: साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की. इस सीरीज स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा, जिसके चलते कोहली को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. विराट कोहली को 12वीं बार इस सम्मान से सम्मानित किया गया. इस मामले में विराट कोहली ने श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज सनथ जयसूर्या को पीछे छोड़ दिया. श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी जयसूर्या ने अपने करियर में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता था.

'टीम को बड़ा फायदा मिलता है'

अवॉर्ड मिलने के बाद विराट कोहली ने कहा कि इस सीरीज में जिस तरह से उन्होंने खेला, वही उनके लिए सबसे बड़ी खुशी है. उन्होंने कहा कि अब उन्हें खेलते समय एक नई आजादी और आत्मविश्वास महसूस होता है. उन्होंने कहा कि पिछले 2-3 सालों में मैंने इस तरह से बल्लेबाजी नहीं की थी. कोहली ने बताया कि इस अंदाज में खेलने से टीम को बड़ा फायदा मिलता है और उन्हें किसी भी कठिन स्थिति में खुद को संभालने और मैच को टीम के पक्ष में लाने का भरोसा मिलता है.

'खुद पर शक भी होता है'

विराट ने आगे कहा कि लंबे समय तक खेलते हुए कभी-कभी खुद पर शक भी होता है. विशेषकर बल्लेबाज होने के नाते, एक गलती आपका विकेट गिरा सकती है. लेकिन यह सफर खुद को सुधारने और बेहतर बनाने का है. इस दौरान इंसान के तौर-तरीके और सोच में भी बदलाव आता है. उन्हें खुशी है कि अब भी वह टीम के लिए अहम योगदान दे पा रहे हैं. कोहली ने यह भी कहा कि जब वह खुलकर खेलते हैं, तो बड़े शॉट खेलने में सक्षम होते हैं. खेल में हमेशा कुछ नया सीखने और अपनी क्षमता को बढ़ाने का अवसर मिलता है.

पहले वनडे का जिक्र किया

विराट ने रांची में खेले गए पहले वनडे का भी जिक्र किया और बताया कि यह उनके लिए खास था, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के बाद यह उनका पहला मैच था. उस दिन उन्हें खेल में अलग ऊर्जा महसूस हुई. उन्होंने कहा कि तीनों मैच उनके लिए बेहद खास रहे और वह इस मौके के लिए आभारी हैं.

विराट कोहली ने कुल 302 रन बनाए

तीन मैचों में विराट कोहली ने कुल 302 रन बनाए. उन्होंने दो शतक लगाए और आखिरी वनडे में नाबाद 65 रन की पारी खेली. रांची वनडे में 135 रन, दूसरे वनडे में 102 रन और तीसरे वनडे में 45 गेंदों में 65 रन बनाकर उन्होंने अपनी टीम के लिए सबसे सफल बल्लेबाज साबित हुए. विराट का यह प्रदर्शन भारतीय टीम की जीत में अहम रहा और उनकी बल्लेबाजी ने सीरीज को यादगार बना दिया.