सुरेश रैना को ईडी ने थमाया समन, इस मामले में होना होगा पेश

सोमवार को अभिनेता राणा दग्गुबाती हैदराबाद में ईडी के सामने जांच से जुड़े एक मामले में पेश हुए. एजेंसी ने जुलाई में चार अभिनेताओं प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती और लक्ष्मी मांचू को समन जारी किया था.

Social Media
Gyanendra Sharma

Cricketer Suresh Raina summoned by ED: क्रिकेटर सुरेश रैना की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ईडी ने उन्हें समन भेजकर उनको अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स की चल रही जांच के सिलसिले में बुधवार 13 अगस्त को दिल्ली कार्यालय में बुलाया है. टीम इंडिया के पूर्व स्टार सुरेश रैना से संभावित पूछताछ के बारे में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. ईडी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स द्वारा यूजर्स को ठगने और मनी लॉन्ड्रिंग की व्यापक जांच के तहत कई शहरों में विभिन्न थ्रेड्स पर नज़र रख रही है.

सोमवार को अभिनेता राणा दग्गुबाती हैदराबाद में ईडी के सामने जांच से जुड़े एक मामले में पेश हुए. एजेंसी ने जुलाई में चार अभिनेताओं  प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती और लक्ष्मी मांचू  को समन जारी किया था. एजेंसी ने पिछले महीने गूगल और मेटा के अधिकारियों को भी बुलाया था ताकि वे उन सट्टेबाजी ऐप्स की जांच में सहायता कर सकें जो विज्ञापनों के लिए कई प्लेटफार्मों का उपयोग करते हैं.

22 करोड़ लोग सट्टेबाजी ऐप्स पर एक्टिव

वित्तीय अपराध जांच एजेंसी मीडिया घरानों सहित कई हितधारकों से बात कर रही है, जिन्हें इन प्लेटफार्मों से विज्ञापनों के लिए पैसा मिला होगा. एक अधिकारी ने बताया कि ये प्लेटफॉर्म भारत सरकार के कई कानूनों और निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं. अनुमान है कि लगभग 22 करोड़ (220 मिलियन) भारतीय उपयोगकर्ता वर्तमान में विभिन्न सट्टेबाजी ऐप्स पर लगे हुए हैं और इनमें से 11 करोड़ (110 मिलियन) नियमित उपयोगकर्ता हैं.

हर साल 27,000 करोड़ रुपये की कर चोरी

ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि 2025 के पहले तीन महीनों में ही अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों या ऐप्स पर 1.6 बिलियन से अधिक विजिट दर्ज की गईं और यह संदेह है कि भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी बाजार का मूल्य लगभग 100 मिलियन डॉलर हो सकता है. अनुमान यह भी बताते हैं कि शीर्ष सट्टेबाजी ऐप्स हर साल 27,000 करोड़ रुपये का कर चोरी कर रहे हैं.

इस बीच, मंगलवार को ईडी की एक जांच टीम ने 'परीमैच' नामक एक सट्टेबाजी ऐप के पीछे के रैकेट के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, मदुरै और सूरत में 15 जगहों पर छापेमारी की.