IMD

भारत नहीं आना चाहते थे लियोनल मेस्सी! इन दो खिलाड़ियों की वजह से आने को हुए मजबूर

Lionel Messi: अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेस्सी इसी साल दिसंबर में भारत का दौरा करने वाले हैं. वे भारत के 4 शहरों का दौरा करेंगे लेकिन वे इससे पहले भारत आने के लिए राजी नहीं थे.

Social Media
Praveen Kumar Mishra

Lionel Messi: फुटबॉल की दुनिया के सबसे बड़े सितारे लियोनल मेस्सी जल्द ही भारत में अपने प्रशंसकों से मिलने वाले हैं. वह 12 दिसंबर से कोलकाता से शुरू होने वाली चार शहरों की यात्रा पर आएंगे, जिसमें अहमदाबाद, मुंबई और नई दिल्ली भी शामिल हैं. 

हालांकि, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मेस्सी पहले भारत आने के लिए तैयार नहीं थे? उनकी इस यात्रा के पीछे दो खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही है. अर्जेंटीना के गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज और ब्राजील के दिग्गज रोनाल्डिन्हो.

मार्टिनेज और रोनाल्डिन्हो ने बदला मेस्सी का मन

सात महीने पहले, जब 2022 विश्व कप विजेता गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज कोलकाता आए थे और उसके तीन महीने बाद रोनाल्डिन्हो ने भारत का दौरा किया था, तब आयोजक सताद्रु दत्ता ने इन दोनों से एक खास गुजारिश की थी. सताद्रु, जिन्होंने पहले पेले और डिएगो माराडोना जैसे दिग्गजों को कोलकाता लाने में सफलता पाई थी उन्होंने मार्टिनेज और रोनाल्डिन्हो से कहा कि वे मेस्सी को भारत आने के लिए मनाएं.

मार्टिनेज मेस्सी के लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय साथी रहे हैं और रोनाल्डिन्हो उस समय बार्सिलोना के स्टार थे जब मेस्सी ने 2004 में 17 साल की उम्र में डेब्यू किया था. सताद्रु ने बताया, "मैंने उनसे कहा कि अगर आप मेस्सी को कोलकाता की मेहमाननवाजी और भारत के प्यार के बारे में बताएंगे, तो यह उनकी टीम को प्रभावित करेगा." दोनों खिलाड़ियों ने भारत के अनुभव की तारीफ की, जिसने मेस्सी को भारत आने के लिए प्रेरित किया.

मेस्सी का भारत से पुराना नाता

यह मेस्सी की भारत की पहली यात्रा नहीं होगी. 2011 में वह कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में वेनेजुएला के खिलाफ एक दोस्ताना मैच खेलने आए थे. यह मैच उनके लिए खास था, क्योंकि यह अर्जेंटीना की कप्तानी में उनका पहला मैच था. 

इस साल फरवरी में जब सताद्रु ने मेस्सी से मुलाकात की, तो उन्होंने उन्हें उस मैच की यादें ताजा कराईं. सताद्रु ने मेस्सी को 2023 में कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडाल में बनाई गई उनकी 75 फीट ऊंची विश्व कप ट्रॉफी उठाते हुए मूर्ति की तस्वीरें भी दिखाईं, जिसे रोनाल्डिन्हो ने उद्घाटन किया था. मेस्सी इन यादों से बहुत प्रभावित हुए.