LA Olympics 2028: ओलंपिक 2028 में नहीं खेलेगी इंग्लैंड की टीम! जानें क्या है कारण

LA Olympics 2028: लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक में इंग्लैंड और स्कॉटलैंड की संयुक्त टीम खेलती हुई दिखाई देगी. ऐसे में इंग्लैंड की टीम अकेले न खेलकर ब्रिटेन के नाम से इस टूर्नामेंट में खेलती हुई दिखाई देने वाली है.

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Praveen Kumar Mishra

LA Olympics 2028: लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी हो रही है लेकिन इस बार इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के बजाय ब्रिटेन की संयुक्त टीम खेलने वाली है. तो, आइए जानते हैं कि इसके पीछे क्या कारण हैं और क्या बदलाव हो सकते हैं.

लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी हो रही है, जो पिछले 128 वर्षों में पहली बार होगा. क्रिकेट को आखिरी बार 1900 में पेरिस ओलंपिक में शामिल किया गया था. उस समय ग्रेट ब्रिटेन ने फ्रांस को 158 रनों से हराया था. इसके बाद से क्रिकेट ओलंपिक का हिस्सा नहीं बना था लेकिन 2028 में इसको दोबारा से शामिल किया गया है.

ब्रिटेन की संयुक्त क्रिकेट टीम का गठन

क्रिकेट स्कॉटलैंड की सीईओ, ट्रुडी लिंब्लेड ने हाल ही में कहा कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और क्रिकेट स्कॉटलैंड के बीच लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 के लिए एक संयुक्त ब्रिटिश क्रिकेट टीम बनाने को लेकर बातचीत चल रही है. इसमें इंग्लैंड और स्कॉटलैंड दोनों देश अपनी टीमों को मिलाकर एक टीम GB (ग्रेट ब्रिटेन) बनाएंगे.

इंग्लैंड की क्रिकेट टीम ओलंपिक 2028 में अकेले नहीं खेलेगी क्योंकि ब्रिटिश ओलंपिक एसोसिएशन (BOA) के नियमों के तहत ओलंपिक में एक संयुक्त टीम का गठन करना जरूरी है. इंग्लैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड सभी अलग-अलग क्रिकेट बोर्डों के तहत आते हैं. इसलिए, ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक टीम GB का गठन किया जाएगा. यह निर्णय इस बात पर आधारित है कि एक साथ खेलने से टीम की संभावनाएं बढ़ सकती हैं और ब्रिटेन के लिए अधिक मौका होगा.

टी20 क्रिकेट का आयोजन

लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक में क्रिकेट का आयोजन पुरुषों और महिलाओं के टी20 प्रारूप में किया जाएगा. इस प्रतियोगिता में कुल छह टीमें भाग लेंगी और प्रत्येक टीम को 15 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतारने का अधिकार होगा.

ECB की प्रतिक्रिया

इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इस विचार का समर्थन किया है और कहा है कि इसके माध्यम से क्रिकेट को बढ़ावा मिलने की संभावना है. उनका मानना है कि यह एक अच्छा अवसर है, विशेष रूप से जब इंग्लैंड और वेल्स 2026 और 2030 में क्रिकेट विश्व कप की मेज़बानी करेंगे. इसके जरिए क्रिकेट को नए दर्शकों तक पहुंचाने का एक शानदार मौका मिलेगा.