नई दिल्ली: आईसीसी पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए डिफेंडिंग चैंपियन भारतीय क्रिकेट टीम के स्क्वॉड का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया है. यह बड़ा टूर्नामेंट 7 फरवरी 2026 से शुरू होगा और इसकी मेजबानी भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से करेंगे. घरेलू हालात में खेलते हुए टीम इंडिया के सामने खिताब बचाने की कड़ी चुनौती होगी, क्योंकि अब तक कोई भी टीम लगातार दो बार टी-20 वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी है. ऐसे में सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम इतिहास रचने के इरादे से मैदान पर उतरेगी.
टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत का प्रदर्शन काफी मजबूत रहा है. भारतीय टीम अब तक इस टूर्नामेंट के 9 संस्करणों में हिस्सा ले चुकी है और 2 बार खिताब जीत चुकी है. इस टूर्नामेंट की शुरूआत साल 2007 में हुई थी और भारत पहला चैपियन बना था. इसके बाद साल 2024 में टीम इंडिया ने दूसरी बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. खास बात यह रही कि 2024 में भारत ने बिना कोई मैच हारे पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था. भारत के अलावा इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ही ऐसी टीमें हैं, जिन्होंने दो-दो बार टी20 वर्ल्ड कप जीता है.
अगर हर संस्करण में भारत के सफर की बात करें, तो 2007 के बाद 2009, 2010 और 2012 में टीम इंडिया सुपर 8 स्टेज से आगे नहीं बढ़ सकी. साल 2014 में भारत फाइनल तक पहुंचा, लेकिन खिताब जीतने से चूक गया और उपविजेता रहा. 2016 में टीम को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2021 में भारत सुपर 12 चरण से बाहर हो गया. 2022 में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची और आखिरकार 2024 में चैंपियन बनकर लौटी.
टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत ने अब तक कुल 52 मुकाबले खेले हैं. इनमें से 36 मैचों में टीम इंडिया को जीत मिली है, जबकि 15 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. एक मुकाबला बेनतीजा रहा है. भारत ने सबसे ज्यादा बार पाकिस्तान को हराया है और उसके खिलाफ 7 जीत दर्ज की हैं. इसके अलावा साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ 4-4 मैच जीते हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है, जहां 6 में से 4 मुकाबलों में जीत मिली है. हालांकि, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को अब तक टी-20 वर्ल्ड कप में जीत नहीं मिल पाई है.
टी-20 वर्ल्ड कप 2026 एक और वजह से भी खास है. यह पहली बार होगा जब टीम इंडिया रोहित शर्मा और विराट कोहली के बिना किसी आईसीसी टूर्नामेंट में खेलेगी. पिछले 18 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ था कि इन दोनों दिग्गजों में से कोई भी टीम का हिस्सा न हो. इसके अलावा यह टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास का पहला संस्करण होगा, जिसमें रोहित शर्मा नजर नहीं आएंगे, जो अब तक लगातार 9 संस्करणों में खेल चुके हैं.