IND Vs SA

भारत ने चौथी बार जीता हॉकी एशिया कप, फाइनल में साउथ कोरिया को 4-1 हराकर वर्ल्ड कप के लिए किया क्वालिफाई

Asia Cup 2025 Final: राजगीर, बिहार में खेले गए पुरुष हॉकी एशिया कप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम ने डिफेंडिंग चैंपियन साउथ कोरिया को 4-1 से मात देकर इतिहास रच दिया. हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने 8 साल बाद यह खिताब जीता और चौथी बार एशिया की चैंपियन बनी. इस जीत के साथ भारत ने बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप 2026 के लिए भी सीधा क्वालिफाई कर लिया.

Asia Cup 2025 Final
Kuldeep Sharma

Asia Cup 2025 Final: भारत और साउथ कोरिया की फाइनल भिड़ंत हमेशा से हाईवोल्टेज रही है. इससे पहले दोनों टीमें तीन बार फाइनल में आमने-सामने आई थीं, जिनमें दो बार कोरिया और एक बार भारत जीता था. लेकिन इस बार राजगीर की धरती पर भारत ने शानदार खेल दिखाकर न सिर्फ खिताब जीता बल्कि कोरिया के खिलाफ फाइनल मुकाबलों में स्कोर 2-2 से बराबर भी कर लिया.

फाइनल मैच की शुरुआत में ही टीम इंडिया ने आक्रामक अंदाज दिखाया. मैच के पहले ही मिनट में सुखजीत ने गोल दागकर भारत को बढ़त दिला दी. हालांकि इसके बाद दूसरा गोल आने में समय लगा, लेकिन हाफटाइम से ठीक पहले दिलप्रीत सिंह ने स्कोर 2-0 कर दिया. भारतीय खिलाड़ियों की गति और पासिंग ने कोरियाई डिफेंस को बैकफुट पर डाल दिया था.

दिलप्रीत का जलवा और रोहिदास की मोहर

दूसरे हाफ में भी भारत का दबदबा जारी रहा. 45वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने अपना दूसरा गोल दागकर मैच को लगभग भारत की झोली में डाल दिया. 50वें मिनट में अमित रोहिदास ने गोल कर टीम को 4-0 की मजबूत बढ़त दिलाई. कोरिया ने 57वें मिनट में गोल कर सम्मान बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

8 साल बाद दोहराई सफलता

इस जीत के साथ भारत ने चौथी बार एशिया कप अपने नाम किया. टीम इंडिया ने इससे पहले 2017 में खिताब जीता था. भारत अब तक इस टूर्नामेंट के 9 फाइनल खेल चुका है और 4 बार विजेता बना है. कोरिया 5 बार खिताब जीत चुका है, लेकिन इस बार भारत ने उसे एकतरफा अंदाज में मात देकर वर्चस्व दिखाया.

वर्ल्ड कप का टिकट और बड़ी उम्मीदें

इस खिताबी जीत के साथ भारत ने 2026 में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप के लिए सीधे क्वालिफाई कर लिया है. यह टूर्नामेंट बेल्जियम और नीदरलैंड में खेला जाएगा. कोच क्रेग फुल्टन और कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई में भारत ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और बिना कोई मैच हारे ट्रॉफी जीती. यह जीत भारतीय हॉकी के लिए एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास लेकर आई है.