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धोनी ने बड़ी कीमत चुकाकर जीती थी ICC की सभी ट्रॉफी! गौतम गंभीर ने किया माही के 'बलिदान' का खुलासा

Gautam Gambhir and MS Dhoni: गौतम गंभीर ने भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी द्वारा जीती गई ट्रॉफी पर बात की और यह भी बताया कि माही ने ये ट्रॉफी तो जीत ली लेकिन उनको इसकी व्यक्तिगत कीमत भी चुकानी पड़ी.

Antriksh Singh
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हर बार भारत के हाथ क्रिकेट में कोई ट्रॉफी आती है, तो एक खिलाड़ी का नाम हमेशा लिया जाता है - महान एमएस धोनी (MS Dhoni). जब रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर एशिया कप 2023 जीता, तो एमएस धोनी को एक बार फिर याद किया गया. इस बार उन्हें भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने याद किया.

'धोनी कप्तान होने के कारण बल्लेबाजी रिकॉर्ड में चूक गए'

स्टार स्पोर्ट्स पर बोलते हुए गौतम गंभीर ने एमएस धोनी की बल्लेबाजी के बारे में बात की और बताया कि कैसे वह कप्तान होने के कारण कई रिकॉर्ड बनाने से चूक गए. उन्होंने कहा, 'कप्तानी के कारण, वह वो हासिल नहीं कर सके जो एक बल्लेबाज के रूप में हासिल कर सकते थे.

कप्तान के रूप में आपको कई बार टीम को सबसे पहले रखना पड़ता है. अगर एमएस कप्तान नहीं होते, तो वह नंबर 3 पर बल्लेबाजी कर सकते थे. मुझे यकीन है कि वह कई वनडे रिकॉर्ड तोड़ सकते थे. उन्होंने बहुत सारी ट्रॉफी जीती हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से उनको इसकी कीमत अपने कई इंटरनेशनल रन का बलिदान करके चुकानी पड़ी.'

धोनी के रनों पर एक नजर

वनडे प्रारूप में, एमएस धोनी ने भारत के लिए 350 मैच खेले और 183* के उच्चतम स्कोर के साथ 10,773 रन बनाए. उन्होंने अपने वनडे करियर के दौरान टीम इंडिया के लिए 10 शतक और 73 अर्धशतक लगाए. टेस्ट प्रारूप में, एमएस धोनी ने 90 मैच खेले और 4,876 रन बनाए. उनके पास टेस्ट क्रिकेट में 224 के उच्चतम स्कोर के साथ 6 शतक और 33 अर्धशतक हैं. टी20 प्रारूप में, एमएस धोनी ने 98 मैचों में 1,617 रन बनाए, जिसमें 2 अर्धशतक लगाए.

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पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कहा कि एमएस धोनी पहले बल्लेबाज थे और फिर विकेटकीपर. यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक आशीर्वाद था कि एमएस धोनी में भारत को एक विकेटकीपर-बल्लेबाज मिला, जो नंबर 7 से मैच जिता सकता था क्योंकि उसके पास पावर गेम था.

एमएस धोनी की कप्तानी में भारत की शिखर सफलता

एमएस धोनी की कप्तानी में, टीम इंडिया ने खेल के सभी प्रारूपों में सफलता हासिल की. आईसीसी की तीनों ट्रॉफी को जीतने के अलावा दिसंबर 18 महीने की उल्लेखनीय अवधि के लिए टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान बनाए रखा.