Holika Dahan 2025: देशभर में किया गया होलिका दहन, PM मोदी ने दी होली की शुभकामनाएं
होली का त्योहार देशभर में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है. परंपरा के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. इस वर्ष होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11:30 से 12:30 के बीच निर्धारित किया गया था, लेकिन कई स्थानों पर शाम होते ही होलिका दहन संपन्न हो गया.
होली का त्योहार देशभर में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है. परंपरा के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. इस वर्ष होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11:30 से 12:30 के बीच निर्धारित किया गया था, लेकिन कई स्थानों पर शाम होते ही होलिका दहन संपन्न हो गया.
होलिका दहन का यह अनुष्ठान प्रह्लाद और होलिका की पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि भक्त प्रह्लाद को मारने के लिए असुर राजा हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका की मदद ली थी. लेकिन प्रभु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका अग्नि में भस्म हो गई. तभी से इस दिन को बुराई के अंत और सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है.
10:30:46 PM
जम्मू और कश्मीर जवानों की होली
पुंछ, जम्मू और कश्मीर में सीआरपीएफ की 38वीं बटालियन के जवान होली की पूर्व संध्या पर होलिका दहन करते हैं.
10:27:09 PM
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा, मैं होली के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं... पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और चल रहे अमृत काल में हम सनातन धर्म के सभी त्योहारों को उनके सच्चे स्वरूप में मना रहे हैं..."
10:24:53 PM
पीएम मोदी ने दी होली की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश को होली की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने X पोस्ट में लिखा- आप सभी को होली की ढेरों शुभकामनाएं. हर्ष और उल्लास से भरा यह पावन-पर्व हर किसी के जीवन में नई उमंग और ऊर्जा का संचार करने के साथ ही देशवासियों की एकता के रंग को और प्रगाढ़ करे, यही कामना है.
10:22:29 PM
उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुआ पहला होलिका दहन
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में देश का पहला होलिका दहन संपन्न हुआ. परंपरा के अनुसार, महाकाल मंदिर में सबसे पहले होलिका दहन करने की परंपरा है. इसके बाद मंदिर के गर्भगृह में भगवान महाकाल को विशेष हर्बल गुलाल अर्पित किया गया. यह गुलाल मंदिर में उपस्थित भक्तों पर भी छिड़का गया, जिससे श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला.