Cryogenic Freezing: कल्पना कीजिए की भविष्य में मेडिकल टेक्नोलॉजी इतना विकास कर जाए कि कैंसर जैसी बीमारियों का आसानी से इलाज हो सके. फिलहाल अभी तो ऐसा नहीं हो सकता है. अगर एसी टेक्नोलॉजी आ जाए की आप मरकर वापस जिंदा हो सके. इस प्रोसेस को क्रायोजेनिक फ्रीजिंग कहते हैं. इस प्रोसेस में शरीर को बहुत कम तापमान में फ्रिज किया जाता है. इस उम्मीद में कि भविष्य में उन्हें पुनर्जीवित किया जा सकेगा.
एक ऐसी कंपनी है जो लीडिंग cryonics कंपनी होने का दावा करती है. इस कंपनी का नाम अल्कोर लाइफ एक्सटेंशन फाउंडेशन है जो अमेरिका में स्थित है. अब तक इस कंपनी ने 233 पेशेंट को फ्रिज किया है इस उम्मीद में वह भविष्य पुनर्जीवित होंगे. इस प्रोसेस में जब व्यक्ति कानूनी मृत घोषित हो जाता है फिर उनके बॉडी को पैक किया जाता है. इसके बाद बॉडी को क्रायोनिक्स फैसिलिटी में भेजा जाता है.
इस प्रोसेस में शरीर से खून निकाल दिया जाता है. इसके शरीर के जरूरी हिस्सों को बर्फ के क्रिस्टल बनने से बचाने के लिए एंटीफ्रीज सॉल्यूशन इंजेक्ट किए जाता है. शरीर को ठंडा करके -196 डिग्री सेल्सियस के टेंपरेचर पर लिक्विड नाइट्रोजन से भरे रूम में रखा जाता है. साइंस में इस प्रोसेस को विट्रीफिकेशन कहा जाता है. क्रायोजेनिक फ्रीजिंग की कीमत अलग-अलग होती है. अल्कोर लाइफ एक्सटेंशन फाउंडेशन में लगभग $200,000 (लगभग 1,67,00,000 रुपये) की कीमत है. अगर आप सिर्फ दिमाग को प्रिजर्व करवाते हैं तो लगभग $80,000 (लगभग 66 लाख रुपये) की फीस होती है.
क्या क्रायोप्रिजर्वेशन से गुजर चुके किसी व्यक्ति को पुनर्जीवित करना संभव है, यह एक बड़ा सवाल है. AIIMS राजकोट में एनाटॉमी विभाग के अनुसार भविष्य की मेडिकल टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ जाएगी कि प्रीजर्वेशन प्रोसेस में होने वाले डैमेज को भी ठीक कर सकता है. हालांकि, यह अभी भी अनिश्चित है. गारंटी न होने के बाद भी लोग यह प्रोसेस को अपना रहे हैं. क्योंकि यह भविष्य में फिर से जीने का मौका दे सकता है. अब तक, 5500 लोगों ने क्रायोजेनिक प्रिजरवेशन की योजना बनाई है, जिसमें 500 के शरीर फ्रीज हो चुके हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिशिगन के 76 साल रिटायर्ड अस्पताल कार्यकारी स्टीव लेबेल,क्रायोनिक्स के जरिए इस फ्रिज होना चाहते हैं. जेफ बेजोस और सैम ऑल्टमैन जैसे अरबपति पहले ही मौत और बुढ़ापे को मात देने के लिए काम करने वाली कंपनियों में करोड़ों डॉलर का निवेश कर चुके हैं.
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