जैसे-जैसे सर्दियां बढ़ती हैं वैसे-वैसे लोगो में एक असमंजस होता है कि वह आज नहाएं या नहीं? ठंड में ये सबसे बड़ा सवाल होता है. कड़ाके की ठंड में नहाना किसी चुनौती से कम नहीं है. कई बार ऐसा होता है जब आपको घर वालो के कहने पर मजबूरी में नहाना पड़ता है, लेकिन क्या वाकई सर्दियों में रोज नहाना सेहत के लिए जरूरी होता है? या यह सिर्फ एक आदत है. इस सवाल का जवाब विज्ञान और त्वचा विशेषज्ञ कुछ अलग तरीके से देते हैं. तो आईए जानते हैं क्या है ठंड में रोज नहाना आपके सेहत के लिए कितना आवश्यक है.
अगर विशेषज्ञों की मानें तो, ठंड के मौसम में रोज नहाना अनिवार्य नहीं होता. इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण हैं, जिन्हें जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. यह केवल एक भ्रम है कि हमें रोज नहाना चाहिए जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है. विज्ञान इस बात का बिलकुल भी साथ नहीं देता है.
बता दें हमारी त्वचा पर एक प्राकृतिक तेल की परत होती है, जो त्वचा को नमी देती है और उसे सुरक्षित रखती है. सर्दियों में हवा पहले से ही रूखी होती है. ऐसे में रोज गर्म पानी और साबुन से नहाने पर यह प्राकृतिक तेल हट सकता है. इससे त्वचा ज्यादा ड्राई हो जाती है और खुजली, जलन या फटने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
हमारी स्किन पर कुछ अच्छे बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जो हमें इंफेक्शन से बचाने में मदद करते हैं. रोज नहाने और ज्यादा रगड़ने से ये अच्छे बैक्टीरिया कम हो सकते हैं, जिससे त्वचा की सुरक्षा कमजोर पड़ सकती है.
अगर आप सर्दियों में भी रोज नहाते हैं, तो बहुत ज्यादा गर्म पानी से बचें. डॉक्टरों सलाह देते हैं कि गुनगुने पानी से केवल 5 से 10 मिनट तक नहाना ही काफी होता है. लंबे समय तक गर्म पानी में नहाना त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है.
साइंस अगर आपको रोज नहाने को मना करता है तो इसका तात्पर्य ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आप साफ-सफाई ही छोड़ दें. भारत में धूल, मिट्टी और प्रदूषण ज्यादा होता है, इसलिए स्वच्छता बहुत जरूरी है. अगर आप रोज पूरा नहीं नहाते हैं, तो भी शरीर के जरूरी हिस्सों जैसे चेहरा, हाथ, पैर और पसीने वाले हिस्सों की रोज सफाई जरूर करें.
सर्दियों में एक दिन छोड़कर नहाना (Alternate Days) त्वचा के लिए बेहतर माना जाता है. नहाने के तुरंत बाद तेल या मॉइस्चराइज़र लगाना न भूलें, ताकि त्वचा में नमी बनी रहे. इसके अलावा ठंड में नहाना आपकी पसंद पर निर्भर करता है.