पोप फ्रांसिस के निधन के बाद पहली तस्वीर आई सामने, लाल कपड़ो में पार्थिव शरीर को ताबूत में रखा गया

पोप फ्रांसिस का ईस्टर मंडे के दिन निधन हो गया. जिससे विश्व भर में शोक की लहर है. भारत में भी तीन दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की गई है. मंगलवार को वेटिकन से उनके निधन के बाद पहली तस्वीर और वीडियो जारी की गई है. जिसमें ईसाई धर्म गुरु लाल रंग के धार्मिक वस्त्र में नजर आ रहे हैं.

Imran Khan claims
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Pope Francis Open Coffin Images: ईसाई धर्म गुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया, जिसके बाद आज मंगलवार को वेटिकन ने पहली तस्वीर और वीडियो जारी की है. इन फोटों और वीडियो में वे लाल रंग के धार्मिक वस्त्र पहने हुए खुले ताबूत में लेटे नजर आ रहे हैं. उनके सिर पर एक पगड़ी और हाथों में एक माला भी नजर आ रही है. मिल रही जानकारी के मुताबिक ये तस्वीरें उनके वेटिकन निवास कासा सांता मार्टा के निजी चैपल के अंदर ली गई थीं. 

वेटिकन की ओर से पोप प्रांसिस की मृत्यु की पुष्टि करते हुए बताया गया था कि उनकी मृत्यु मस्तिष्क आघात से हुई थी, जिसके कारण वे कोमा में चले गए. इसके बाद उनकी हृदय गति रुक ​​गई थी. पोप लंबे समय से बीमार चल रह थे. जिसमें टाइप II मधुमेह, उच्च रक्तचाप और सांस की समस्या और डबल निमोनिया भी शामिल रहा है. 

वेटिकन ने दी पूरी जानकारी 

वेटिकन ने बताया कि उनकी मृत्यु 21 अप्रैल को सुबह 7:35 बजे (स्थानीय समय) इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफिक थैनेटोग्राफी की वजह से हुई है. फ्रांसिस लैटिन अमेरिका के पहले पोप थे, जिन्होंने 2013 में इस पद को संभाला था. उसके बाद उन्होंने एक दशक से भी ज्यादा का समय समाज के सुधार, गरीबों पर ध्यान और विनम्रता के लिए किया. अपने मृत्यु से ठीक एक दिन पहले उन्होंने ईस्टर संडे के दिन अंतिम बार लोगों के बीच मौजूद हुए थे. जहां उन्होंने वहां मौजूद लोगों का अभिवादन किया. हालांकि इस दौरान भी वह काफी कमजोर नजर आ रहे थे. लेकिन इसके बाद उन्होंने इस खास मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज की. 

वसीयतनामे में जाहिर की थी इच्छा

पोप फ्रांसिस ने अपनी वसीयत में अनुरोध किया था कि सेंट पीटर्स बेसिलिका में पोप को दफनाने की लंबी परंपरा से हटकर उनके शव को रोम में सेंट मैरी मेजर के पापल बेसिलिका में एक मामूली तरीके से दफनाया जाए. उन्होंने सेंट मैरी मेजर के पॉलीन चैपल में रखे सालस पॉपुली रोमानी आइकन के प्रति आजीवन भक्ति व्यक्त की थी और केवल फ्रांसिस्कस के रूप में चिह्नित एक साधारण, अलंकृत मकबरे में आराम करने की इच्छा जाहिर की थी. वसीयतनामे में उन्होंने लिखा था कि मैं चाहता हूं कि मेरी अंतिम सांसारिक यात्रा इस बहुत प्राचीन मैरियन तीर्थस्थल पर समाप्त किया जाए. साथ ही उन्होंने अपने कब्र को धरती पर सामान्य और बिना किसी विशेष सजावट के बनाने की इच्छा जाहिर की थी. उन्होंने इच्छा जाहिर की थी कि उनके कब्र के पत्थर पर उनके पोप कार्यालय का कोई संदर्भ नहीं लिखा जाए. 

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