इजरायली हमले के बाद लाइव टेलीकास्ट छोड़कर भागी सीरिया की टीवी एंकर, सामने आया वीडियो
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने चेतावनी दी कि दमिश्क में चेतावनियों का दौर खत्म हो चुका है और अब "कठोर प्रहार" किए जाएंगे.
बुधवार को इजरायली सेना ने दमिश्क में सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास एक "सैन्य टारगेट" पर हमला करने की घोषणा की. इससे पहले, सेना ने राजधानी में सैन्य मुख्यालय पर हमले की बात कही थी. इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सीरियाई सरकारी टेलीविजन की एक एंकर लाइव प्रसारण के दौरान अचानक स्टूडियो छोड़कर भागती नजर आई, जब इजरायली हवाई हमले ने दमिश्क के केंद्र में टीवी भवन को निशाना बनाया.
चेतावनियों का दौर खत्म
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने चेतावनी दी कि दमिश्क में चेतावनियों का दौर खत्म हो चुका है और अब "कठोर प्रहार" किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इजरायली सेना सुवायदा में "जोरदार कार्रवाई" जारी रखेगी. ये हमले इजरायल की उस चेतावनी के बाद हुए, जिसमें इस्लामवादी सरकार को सुवायदा के ड्रूज़ अल्पसंख्यकों को निशाना न बनाने को कहा गया था. एक युद्ध निगरानी समूह के अनुसार, इस क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा में करीब 250 लोग मारे गए हैं.
सुवायदा में हिंसा
मंगलवार को सीरियाई सरकारी बल सुवायदा शहर में घुसे, जहां ड्रूज़ समुदाय का वर्चस्व है. उनका उद्देश्य ड्रूज़ नेताओं के साथ हुए युद्धविराम समझौते को लागू करना था, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सरकारी बलों ने बेदुईन समुदाय के साथ मिलकर ड्रूज़ लड़ाकों और नागरिकों पर हमला किया, जिससे शहर में खूनी हिंसा भड़क उठी. अप्रैल और मई में सुवायदा और दमिश्क के पास ड्रूज़ और सरकारी बलों के बीच हिंसा में 100 से अधिक लोग मारे गए थे.
ड्रूज़ समुदाय और इजरायल का संबंध
दिसंबर में बशर अल-असद सरकार के पतन के बाद से इस्लामवादी नेतृत्व का सीरिया के धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों के साथ तनावपूर्ण रिश्ता रहा है. इजरायल ने खुद को ड्रूज़ समुदाय का रक्षक बताया है, हालांकि कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह सीरियाई बलों को अपनी सीमा से दूर रखने का एक बहाना है.
हमलों का दायरा
सीरियाई सरकारी टीवी ने बताया कि बुधवार को दमिश्क में सेना और रक्षा मंत्रालय मुख्यालय के पास कई इजरायली हमले हुए. इजरायली सेना ने कहा कि उसने "सीरियाई शासन के सैन्य मुख्यालय के प्रवेश द्वार को निशाना बनाया."