G-20 समिट में पीएम मोदी ने इटली की पीएम मेलोनी से की मुलाकात, जानें किन-किन मुद्दों पर हुई बात
जॉर्जिया मेलोनी ने दिल्ली में हुई आतंकवादी घटना पर भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की तथा आतंकवाद से निपटने के लिए मिलकर काम करने की इटली की प्रतिबद्धता दोहराई.
जोहान्सबर्ग: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को G20 शिखर सम्मेलन के दौरान इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की. इटली प्रधानमंत्री ने दिल्ली में हुई हालिया आतंकवादी घटना पर भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की और दोनों नेताओं ने आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए भारत-इटली संयुक्त पहल" को भी अपनाया.
पीएम मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि मेलोनी के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, "प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई. भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी लगातार मज़बूत हो रही है जिससे हमारे देशों के लोगों को बहुत लाभ हो रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी-मेलोनी बैठक
विदेश मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मेलोनी ने दिल्ली में हुई आतंकवादी घटना पर भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की और आतंकवाद से निपटने के लिए मिलकर काम करने की इटली की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. जोहान्सबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए भारत-इटली संयुक्त पहल को भी अपनाया, जिसका उद्देश्य आतंकवाद से लड़ने के उनके साझा संकल्प को प्रतिबिंबित करना है.
व्यापार, निवेश, रक्षा, स्पेस सेक्टर पर हुई चर्चा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उनकी बातचीत व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, एआई, रक्षा और सुरक्षा, अंतरिक्ष, अनुसंधान, नवाचार और संस्कृति में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी." प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि वे संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025 से 29 के तहत हुई प्रगति से प्रसन्न हैं.
भारत-इटली व्यापार 2023 से 2024 तक लगभग 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जबकि 2000 से इटली से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लगभग 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है.
जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी
यहां जी-20 शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने AI के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक वैश्विक समझौते का आह्वान किया और आग्रह किया कि महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को वित्त के बजाय लोगों पर केंद्रित होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि प्रौद्योगिकी को “राष्ट्रीय” के बजाय “वैश्विक” होना चाहिए और “विशिष्ट मॉडल” के बजाय “ओपन सोर्स” पर आधारित होना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने रीसाइक्लिंग में सुधार, आपूर्ति श्रृंखलाओं पर दबाव कम करने और महत्वपूर्ण खनिजों पर संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देकर स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तनों का समर्थन करने के लिए एक जी-20 पहल का प्रस्ताव रखा. उन्होंने उपग्रह डेटा तक पहुंच और उपयोग को आसान बनाने के लिए एक साझेदारी बनाने का भी सुझाव दिया.