Bangladesh Politics: मुहम्मद यूनुस ने दी इस्तीफे की धमकी, बांग्लादेश की राजनीति में हलचल तेज

Bangladesh Politics: बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने चेतावनी दी है कि यदि सभी राजनीतिक दल उन्हें पूरा समर्थन नहीं देते हैं, तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. यह चेतावनी सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान द्वारा दिसंबर तक चुनाव कराने की बात कहने और बीएनपी द्वारा चुनावों के लिए रोडमैप की मांग करने के एक दिन बाद आई है. यूनुस के इस्तीफे की चर्चा को ढाका में नए सिरे से आंदोलन शुरू करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है.

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Ritu Sharma

Bangladesh Politics: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने राजनीतिक समर्थन की कमी के चलते इस्तीफा देने की धमकी दी है. यह धमकी बीएनपी के गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शन और सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान की सख्त चेतावनी के बाद सामने आई है. सरकारी सूत्रों और सोशल मीडिया पोस्ट्स के अनुसार, शुक्रवार की नमाज के बाद ढाका छावनी और बांग्लादेश सचिवालय की ओर बड़े प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है.

सेना प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति?

बता दें कि यूनुस के इस्तीफे की धमकी को सेना प्रमुख के खिलाफ छात्रों और इस्लामवादियों के समर्थन से दबाव बनाने की चाल के तौर पर देखा जा रहा है. यूनुस चुनाव की तारीख टालते रहे हैं, जिससे राजनीतिक दलों में बेचैनी बढ़ गई है. बीएनपी को डर है कि देरी एनसीपी जैसी किंग्स पार्टी को सत्ता तक पहुंचा सकती है.

'मुझे बंधक बनाया जा रहा है...' यूनुस की पीड़ा

वहीं एनसीपी संयोजक नाहिद इस्लाम के अनुसार, यूनुस ने कहा, ''मुझे बंधक बनाया जा रहा है… मैं इस तरह काम नहीं कर सकता. क्या सभी राजनीतिक दल एक आम सहमति पर नहीं पहुंच सकते?'' उन्होंने बीबीसी बांग्ला को बताया कि यूनुस मौजूदा हालात में काम जारी रखने में असमर्थ हैं.

कैबिनेट से मुलाकातों का दौर

नाहिद के अलावा, यूनुस मंत्रिमंडल के सदस्य महफूज आलम और आसिफ महमूद समेत कई सलाहकारों ने उन्हें इस्तीफा न देने के लिए मनाने की कोशिश की. एक सलाहकार ने एएफपी को बताया, ''वो इस्तीफा देना चाहते थे, लेकिन उन्हें मना लिया गया.''

बीएनपी का सरकार पर बढ़ता दबाव

बताते चले कि बीएनपी ने ढाका साउथ सिटी मेयर पद के लिए नामांकन और यूनुस कैबिनेट के दो सदस्यों समेत एनएसए के इस्तीफे की मांग की है. पार्टी ने चुनावी रोडमैप की स्पष्टता को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया. इतना ही नहीं, सेना प्रमुख जनरल जमान ने चेतावनी दी है कि दिसंबर तक चुनाव न होने पर सेना सख्त रुख अपनाएगी. उन्होंने कहा, ''जन आंदोलन के नाम पर हिंसा और अराजकता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी.''

ढाका में फिर उबाल, मशाल जुलूस के वीडियो वायरल

इसके अलावा, गुरुवार शाम को ढाका की सड़कों पर मशाल जुलूस निकाला गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर छा गए. सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में लोगों से शुक्रवार के आंदोलन से दूर रहने की अपील की गई है और यूनुस के पास 'सीमित समय' बताया गया है. विशेषज्ञों को डर है कि यूनुस 1972 का संविधान खत्म कर नया गणराज्य घोषित कर सकते हैं और जनरल जमान को हटाकर सत्ता अपने हाथ में रखने की कोशिश करेंगे.