'भीतर से कमजोर कर रहा है', नेतन्याहू ने भ्रष्टाचार के मामलों में राष्ट्रपति से की माफी की मांग, मिला ट्रंप का साथ

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भ्रष्टाचार मामलों में माफी के लिए राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग से औपचारिक अनुरोध किया, इसे देश में बढ़ते विभाजन का कारण बताया. तीन मामलों में आरोप झेल रहे नेतन्याहू को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का भी समर्थन मिला है.

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Kanhaiya Kumar Jha

नई दिल्ली: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने खिलाफ लंबे समय से चल रही भ्रष्टाचार जांच और मुकदमों को लेकर राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग से आधिकारिक माफी का अनुरोध किया है. प्रधानमंत्री ने इसे देश को भीतर से तोड़ने वाली स्थिति बताते हुए मुकदमों को तुरंत समाप्त करने की अपील की है. उनका पत्र गुरुवार को जमा किया गया था, जिसे रविवार को सार्वजनिक किया गया.

राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा- अनुरोध बड़ा और संवेदनशील

राष्ट्रपति हर्जोग के ऑफिस ने पुष्टि की कि यह अनुरोध अत्यंत महत्व और दूरगामी परिणामों वाला है. जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति कार्यालय इस अनुरोध की गंभीरता को समझता है. आवश्यक परामर्श प्राप्त करने के बाद राष्ट्रपति इस पर पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ निर्णय लेंगे. यह बयान संकेत देता है कि माफी की प्रक्रिया सरल नहीं होगी और राजनीतिक वातावरण को देखते हुए इसका हर पहलू सावधानी से परखा जाएगा.

नेतन्याहू ने देश में बढ़ती दरार का जिक्र किया

वीडियो संदेश में नेतन्याहू ने समर्थकों और आलोचकों के बीच फैली खाई को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि मुकदमे का जारी रहना देश में विभाजन को और गहरा कर रहा है. यह हमें भीतर से कमजोर कर रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जो कोई भी इजराइल के हित में सोचता है, वह इस अनुरोध का समर्थन करेगा. नेतन्याहू ने कहा कि यह ट्रायल अब कटु विवाद का केंद्र बन गया है और इस तनाव को कम करने की अहम जिम्मेदारी उनकी भी है.

तीन भ्रष्टाचार मामलों में आरोप, एक में सारा नेतन्याहू भी शामिल

इजराइली प्रधानमंत्री के खिलाफ तीन प्रमुख भ्रष्टाचार मामलों में जांच और सुनवाई चल रही है. एक मामले में उन पर और उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू पर अरबपतियों से राजनीतिक लाभ के बदले सिगार, महंगी ज्वेलरी और शैंपेन सहित लगभग $260,000 मूल्य के लग्जरी गिफ्ट लेने का आरोप है. अन्य मामलों में उन पर मीडिया समूहों से सकारात्मक कवरेज दिलाने के लिए शक्ति का दुरुपयोग करने के आरोप हैं. नेतन्याहू इन सभी आरोपों को हमेशा से राजनीतिक साजिश बताते रहे हैं, जबकि उनके समर्थक इन्हें विपक्ष द्वारा प्रेरित मानते हैं.

डोनाल्ड ट्रंप भी समर्थन में, राष्ट्रपति को भेजा पत्र

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हर्जोग को एक पत्र भेजकर नेतन्याहू को माफी देने का आग्रह किया. ट्रंप ने उन्हें युद्धकाल में निर्णायक नेतृत्व देने वाला प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ मुकदमे राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं. ट्रंप ने दावा किया कि हाल ही में अमेरिका द्वारा इजराइल-हमास के बीच कराए गए संघर्षविराम ने ऐतिहासिक शांति स्थापित की है, और ऐसे समय में नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे मामले देश के लिए नुकसानदेह हैं. राष्ट्रपति कार्यालय ने ट्रंप का पत्र मिलने की पुष्टि की और कहा कि वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के इजराइल के प्रति लगातार समर्थन की सराहना करता है.

न्यायिक सुधारों के बाद से विवाद गहराया

नेतन्याहू सरकार ने मौजूदा कार्यकाल की शुरुआत में बड़े पैमाने पर न्यायिक सुधार प्रस्तावित किए थे, जिन्हें आलोचकों ने लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को कमजोर करने वाला बताया था. इन सुधारों के विरोध में देशभर में बड़े आंदोलन हुए, जो गाजा युद्ध के बाद काफी कम हो गए. अब प्रधानमंत्री द्वारा माफी की सीधी मांग ने एक बार फिर देश की राजनीति को गर्म कर दिया है और भविष्य का फैसला राष्ट्रपति हर्जोग के हाथों में है.