ईरान ने UN की निगरानी एजेंसी आईएईए के साथ संबंध खत्म किए, इजरायल के साथ महायुद्ध के बाद राष्ट्रपति ने दी मंजूरी

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने उस कानून को अंतिम मंजूरी दे दी है, जिसे पिछले महीने ईरानी संसद ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के खिलाफ पारित किया था. इजरायल के साथ पिछले महीने हुए युद्ध के बाद ये फैसला लिया गया है.

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Hemraj Singh Chauhan

ईरान ने इजरायल के साथ पिछले महीने हुए भीषण युद्ध के बाद बड़ा फैसला लिया. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने उस कानून को अंतिम मंजूरी दे दी है, जिसे पिछले महीने ईरानी संसद ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के खिलाफ पारित किया था. आईएईए संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था है. ईरानी सरकारी मीडिया के हवाले से ये खबर सामने आई है.

सरकारी टीवी ने कहा कि राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ सहयोग को निलंबित करने वाला कानून पारित किया है, इसका  मतलब है कि पिछले महीने ईरान-इज़राइल युद्ध के बाद तैयार किया गया उपाय अब प्रभावी हो गया है. 

ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिका ने किया था हमला

ईरान ने ये कदम इसलिए उठाया कि क्योंकि अमेरिका ने  उसके महत्वपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया था. इजरायल से उसके संघर्ष के बीच अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर एयर स्ट्राइक की थी.

IAEA की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं 

ईरान के राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद हालांकि अभी यह अभी स्पष्ट नहीं है कि संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी संस्था IAEA के लिए इसका क्या मतलब होगा. आपको बता दें कि वियना स्थित IAEA लंबे समय से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर निगरानी रखता है.  एजेंसी की तरफ से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.