7 साल में संबंधों की बहाली के बाद पहली बार हुई ईरानी राष्ट्रपति और सऊदी क्राउन प्रिंस के बीच बातचीत
Iran Saudi Arab Relation: सात वर्षों की तनातनी के बाद ईरान और सऊदी अरब ने इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध को रोकने के लिए आपस में बातचीत की है.
चीन के द्वारा मध्यस्थता कराए जाने के बाद ईरान के राष्ट्रपति इब्रहिम रईसी और सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बुधवार को फिलिस्तीन-इजरायल मसले पर चर्चा की है. चीन द्वारा तेहरान और रियाद के बीच संबंधों को फिर से बहाल करने के लिए मध्यस्ता कराने के बाद यह पहली टेलीफोन वार्ता है.
ईरान और अरब नेताओं की आपस में हुई वार्ता
दोनों नेताओं ने अब बात की हैं जब इजरायल पर हमास द्वारा अचानक आतंकवादी हमला किया गया है. ईरान की मीडिया ने कहा, राष्ट्रपति रईसी और सऊदी क्राउन प्रिंस के बीच इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध को खत्म करने पर चर्चा हुई है. प्रिंस ने कहा कि हम मौजूदा तनाव को रोकने के लिए अंतराराष्ट्रीय और क्षेत्रिय दलों के साथ बातचीत करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
सात साल से संबंधो में खटास का क्या कारण था
सऊदी अरब और ईरान की सात साल (2016) की शत्रुता के बाद मार्च में चीन द्वारा कराई गई मध्यस्थता के कारण दोनों फिर से आपसी संबंधों पर सहमत हुए थे. सऊदी अरब ने सात साल पहले तेहारान में अपने दूतावास पर भीड़ के हमले के बाद ईरान के साथ अपने संबंध तोड दिए थे. इसके बाद सऊदी अरब ने एक प्रमुख शिया मुस्लिम मौलवी को फांसी दे दी थी. तब से उनके बीच तनाव बरकरार था. चीन के सऊदी अरब और ईरान दोनों के साथ घनिष्ठ राजनयिक और आर्थिक संबंध हैं, जबकि अमेरिका-सऊदी अरब संबंध हाल के वर्षों में तनावपूर्ण चल रहे हैं. पिछले चार दशकों से अमेरिका का ईरान के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं है.
दोनों देशों की बातचीत पर अमेरिका ने क्या कहा
क्राउन प्रिंस के साथ रईसी की बातचीत पर अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने कहा कि हम सऊदी नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है. अमेरिका हमास को लगातार हमलों से पीछे हटने और इजरायल के बंधकों को रिहा करने के लिए बार- बार कह रहा है.