टैरिफ वॉर के बीच रंग लाई भारत की कूटनीति, जेसन मिलर ने डोनाल्ड ट्रंप से की मुलाकात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी विश्वासपात्र जेसन मिलर वाशिंगटन में भारतीय हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक रजिस्टर्ड विदेशी एजेंट भी हैं. सार्वजनिक खुलासों के अनुसार, मिलर ने भारत सरकार की ओर से पैरवी की है.

X@JasonMiller
Mayank Tiwari

भारत और अमेरिका के बीच चल रहे टैरिफ विवाद के बीच, राजनीतिक लॉबिस्ट जेसन मिलर ने हाल ही में वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. मिलर उस लॉबिंग फर्म के प्रमुख हैं, जिसे भारत सरकार ने कुछ महीने पहले ट्रंप प्रशासन तक अपनी कूटनीतिक पहुंच बढ़ाने के लिए नियुक्त किया था. 

सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर जेसन मिलर ने व्हाइट हाउस से एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “वाशिंगटन में शानदार वीकेंड रहा, कई दोस्तों के साथ समय बिताया और सबसे खास बात, हमारे राष्ट्रपति को काम करते हुए देखने का मौका मिला. शानदार काम जारी रखें.” हालांकि मुलाकात का कोई आधिकारिक एजेंडा सामने नहीं आया है, लेकिन इसका समय भारत-अमेरिका कारोबार संबंधों पर नए सिरे से पड़ताल और टैरिफ व द्विपक्षीय आर्थिक रणनीतियों पर चर्चा के लिहाज से महत्वपूर्ण है.

जेसन मिलर ने भारत सरकार की ओर से की पैरवी

दरअसल, जेसन मिलर, जो ट्रंप के करीबी विश्वासपात्र हैं, वाशिंगटन में भारत के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले रजिस्टर्ड विदेशी एजेंट भी हैं. अप्रैल में भारत सरकार ने मिलर की फर्म SHW पार्टनर्स LLC को नियुक्त किया था, जिसके लिए वह हर महीने 1,50,000 डॉलर का शुल्क दे रही है. इस फर्म ने 24 अप्रैल को अपने एक साल के 1.8 मिलियन डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट के बारे में खुलासा करते हुए कहा, “SHW अमेरिकी सरकार, कांग्रेस, राज्य सरकारों, शैक्षणिक संस्थानों, थिंक टैंक्स और अन्य हितधारकों के सामने नीतिगत मामलों पर रणनीतिक परामर्श, योजनाबद्ध नियोजन और सरकारी संबंध मदद प्रदान करेगा.”

जानिए जेसन मिलर कौन हैं?

बता दें कि, जेसन मिलर 2016 में ट्रंप के मुख्य मीडिया प्रवक्ता के रूप में सुर्खियों में आए थे. 2016 के चुनाव जीतने के बाद उन्हें व्हाइट हाउस संचार निदेशक की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए चुना गया था, लेकिन उन पर एक अन्य ट्रंप कैंपेन अधिकारी के साथ विवाहेतर संबंध रखने और उसे गर्भवती करने का आरोप लगने के बाद उन्हें इस पद से हटना पड़ा.

इसके बाद संबंधित अधिकारी ने उन पर यौन शोषण और रेप का आरोप लगाया. बावजूद इसके, मिलर ट्रंप के करीबी बने रहे और 2020 व 2024 के राष्ट्रपति अभियानों में उनकी मदद की. 2020 में उन्होंने SHW पार्टनर्स LLC की स्थापना की और लॉबिस्ट के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया.