इमरान खान जीवित हैं या नहीं? पाकिस्तान में सियासी बवाल; जानें सवाल पर क्यों खामोश हैं मुनीर और शहबाज

पाकिस्तान में इमरान खान की जेल में मौत की अफवाहें फैल रही हैं, जिससे PTI समर्थक जेल के बाहर विरोध में जुट गए हैं.

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Reepu Kumari

नई दिल्ली: पाकिस्तान में सियासी माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया है. इमरान खान की जेल में कथित मौत की अफवाहें फैलने के बाद PTI समर्थक जेल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. इमरान खान की बहनों ने भी दावा किया कि उनके भाई से मिलने पर पुलिस ने उन पर हमला किया. इस बीच PML-N के नेता और पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने इमरान खान को सत्ता में लाने वालों को अपराधी करार दिया, जिससे सियासी हलचल और बढ़ गई है.

2018 के चुनाव में PTI ने सबसे बड़ी पार्टी के रूप में 270 सीटों में से 115 सीटें जीती थीं. नवाज शरीफ का बयान जनता और सेना पर भी सवाल खड़ा करता है. शहबाज शरीफ ने तब इमरान खान की चुनाव प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगाए थे. अब पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है और सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो रहे हैं.

नवाज का विवादित बयान

नवाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान अकेले अपराधी नहीं हैं. उनके अनुसार, जो लोग इमरान को सत्ता में लाने में शामिल थे, वे बड़े अपराधी हैं और उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. उनका यह बयान पाकिस्तान में राजनीतिक प्रतिक्रियाओं को हवा दे रहा है. विपक्ष और समर्थक इस पर भिन्न-भिन्न प्रतिक्रिया दे रहे हैं, और जनता के बीच असंतोष फैलने का डर भी है.

PTI की स्थिति और चुनाव आंकड़े

2018 के चुनाव में PTI ने पाकिस्तान की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर 115 सीटें जीतीं. इस जीत के बाद इमरान खान प्रधानमंत्री बने. इस पृष्ठभूमि में नवाज शरीफ के बयान ने राजनीतिक माहौल में नया उबाल पैदा कर दिया है. जनता और राजनीतिक विश्लेषक दोनों ही इस बयान को लेकर विभाजित हैं.

जेल में इमरान और बहनों की शिकायतें

इमरान खान की तीन बहनों ने दावा किया कि जेल में उनके भाई से मिलने पर पुलिस ने उन पर क्रूरतापूर्वक हमला किया. यह घटना PTI समर्थकों के गुस्से को और बढ़ा रही है. समर्थक अब जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी सियासी बहस तेज हो गई है.

सेना और जनता पर सवाल

नवाज शरीफ के बयान ने यह सवाल भी खड़ा किया कि पाकिस्तान में सत्ताधारियों का चयन जनता ने किया या सेना. 2018 के चुनावों में PTI की जीत के बावजूद यह विवाद बना हुआ है. शहबाज शरीफ ने भी चुनाव में धांधली के आरोप लगाए थे, जिससे राजनीतिक माहौल और तनावपूर्ण बन गया.

सियासी तनाव का असर

इस बयान और अफवाहों के चलते पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी है. विपक्षी दल और जनता दोनों ही सवाल कर रहे हैं कि सत्ता में कौन वास्तव में जिम्मेदार है. PTI समर्थक और विपक्षी पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस तनाव का असर आने वाले दिनों में सियासत पर बड़ा पड़ेगा.