अगर मिली बेंगलुरू की सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी तो सबसे पहले क्या काम करेंगे GitHub के CEO, खुद बताई सच्चाई
GitHub CEO: सॉफ्टवेयर डेवलेपर प्लेटफॉर्म के सीईओ थॉमस डोमके ने बताया है कि यदि वह भारत के टेक हब बेंगलुरू में किसी कंपनी को ज्वाइन करते हैं तो वह सबसे पहले क्या काम करेंगे? इसके अलावा उन्होंने एआई और मानवीय कौशल को लेकर भी तमाम तरह की बातें कहीं.
GitHub CEO: GitHub के सीईओ थॉमस डोमके ने बताया कि यदि वह भारत के तकनीकी केंद्र बेंगलुरु की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करेंगे तो सबसे पहले कौन सा काम करेंगे? उन्होंने कहा कि अगर मैं बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में शामिल होता तो सबसे पहले मुझे यह पता लगाना होता कि वे कैसे काम करते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए थॉमस ने कहा कि किसी भी कंपनी में काम करने के लिए वहां के वर्कफ्लो और कोडबेस को समझने की जरूरत होती है. इससे यह पता लगाने में आसानी हो जाती है कि वहां लोग कैसे काम करते हैं?
क्या बोले GitHub के CEO?
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के वर्षों के अनुभव के बावजूद नई कंपनी में काम करने के लिए उसके अनुकूल होना बड़ा महत्वपूर्ण है. GitHub प्रमुख ने बताया कि अगला कदम कंपनी के मौजूदा काम करने के ढंग को समझना होगा. मुझे यह पता लगाना होगा कि चीजें कैसे काम करती हैं, किस फाइल में क्या है? इंजीनियर ने किसी खास चीज को किस मकसद से बनाया था, उसे आगे किस तरह बढ़ाया जा सकता है.
डोमके यह सभी बातें सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट को लेकर कहीं.उन्होंने विशेष रूप से एडवांस एआई तकनीक पर भी बात की. एआई तकनीक का भले ही खूब चलन बढ़ गया है लेकिन इसे कंपनी के हिसाब से तैयार होने में समय लगेगा इसके लिए इंसानी दिमाग की हमेशा जरूरत रहेगी.
मानवीय कौशल समय की मांग
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, GitHub ने Co-pilot Workspace जैसे AI टूल्स बनाए हैं जो डेवलेपर्स की उनके प्रोजेक्ट में मदद करेंगे. कोडिंग के महत्व पर उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर की जटिलता और उसके नेविगेशन में मानवीय कौशल बहुत जरूरी है. यह काम एआई के जरिए नहीं हो सकता.