'मैं कुछ भी अपने लिये नहीं कर रहा, मैं लाखों जिंदगियां बचाना चाहता हूं', पुतिन से शांति वार्ता को लेकर बोले ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा व्लादिमीर पुतिन पूरा यूक्रेन लेना चाहते थे और अगर मैं राष्ट्रपति न होता तो वे शायद अब तक ऐसा कर चुके होते, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन युद्ध पर राष्ट्रपति पुतिन से शांति वार्ता करने के लिए निकल चुके हैं. अपने प्लेन में सवार होने से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने पत्रकारों से बात की, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें इस वार्ता के सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, “दोनों पक्षों के बीच अच्छा सम्मान है, और मुझे लगता है कि इससे कुछ नतीजा निकलेगा. मैंने देखा कि रूस से कई कारोबारी लोग आ रहे हैं, और यह अच्छा है. मुझे यह पसंद है क्योंकि वे व्यापार करना चाहते हैं, लेकिन जब तक युद्ध (रूस-यूक्रेन युद्ध) सुलझ नहीं जाता, वे व्यापार नहीं करेंगे.”
पूरा यूक्रेन चाहते थे पुतिन
ट्रंप ने यूक्रेन को वार्ता में स्वायत्तता देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “इस पर चर्चा होगी, लेकिन मुझे यूक्रेन को यह फैसला लेने देना होगा, और मुझे लगता है कि वे सही निर्णय लेंगे. मैं यूक्रेन के लिए बातचीत करने नहीं आया; मैं उन्हें (पुतिन) मेज पर लाने के लिए हूं. मुझे लगता है कि दोनों पक्षों की बात होनी चाहिए. देखिए, व्लादिमीर पुतिन पूरा यूक्रेन लेना चाहते थे, और अगर मैं राष्ट्रपति न होता, तो वे शायद अब तक ऐसा कर चुके होते, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.”
मैं ढेरों जिंदगियां बचाने के लिए यह कर रहा हूं
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी देते हुए ट्रंप ने कहा, “अगर पुतिन समाधान में रुचि नहीं दिखाते, तो उन्हें गंभीर आर्थिक परिणाम भुगतने पड़ेंगे. मैं यह अपने लिए नहीं कर रहा. मुझे इसकी जरूरत नहीं. मैं अपने देश पर ध्यान देना चाहता हूं, लेकिन मैं यह ढेर सारी जिंदगियां बचाने के लिए कर रहा हूं.”
तत्काल सीजफायर की मांग
ट्रंप ने युद्ध में हो रही मौतों पर चिंता जताई और तत्काल सीजफायर की मांग की. उन्होंने कहा, “मैं यह नहीं बता सकता कि क्या होगा. कुछ भी पक्का नहीं है. मैं कुछ चीजें चाहता हूं. मैं सीजफायर देखना चाहता हूं. यह यूरोप से संबंधित नहीं है. यूरोप मुझे नहीं बता रहा कि क्या करना है, लेकिन जाहिर है कि वे और ज़ेलेंस्की इस प्रक्रिया में शामिल होंगे. मैं जल्द से जल्द सीजफायर चाहता हूं. मुझे नहीं पता कि यह आज होगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं खुश नहीं रहूंगा. सब कहते हैं कि यह आज नहीं हो सकता, लेकिन मैं कह रहा हूं कि मैं हत्याओं को रोकना चाहता हूं. पिछले हफ्ते 7,011 लोग मारे गए, ज्यादातर सैनिक, जिनमें 36 लोग एक मिसाइल हमले में मारे गए. यह पागलपन है.”