Year Ender 2025: इस साल इन देशों के बीच शुरू हुए नए युद्ध, ये जंग अगर नहीं रूकती तो तय था तीसरा विश्व युद्ध
साल 2025 में इजरायल-ईरान, भारत-पाकिस्तान और थाईलैंड-कंबोडिया के बीच नए युद्ध भड़के. समय पर युद्धविराम से बड़े पैमाने पर तबाही टली, लेकिन ये संघर्ष वैश्विक अस्थिरता और भविष्य के खतरे की चेतावनी बने हुए हैं.
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन, इजरायल-हमास, इजरायल-हिजबुल्ला और कांगो-रवांडा जैसे लंबे समय से चल रहे संघर्षों के बीच साल 2025 में कुछ नए युद्ध भी सामने आए, जिन्होंने वैश्विक अस्थिरता को और गहरा कर दिया. इन संघर्षों में अगर समय रहते युद्धविराम नहीं होता, तो हजारों नहीं बल्कि लाखों लोगों की जान जा सकती थी. क्षेत्रीय विवाद, आतंकवाद और परमाणु महत्वाकांक्षाएं इन नए युद्धों की प्रमुख वजह रहीं.
साल 2025 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीन बड़े नए युद्ध उभरे. इनमें इजरायल-ईरान, भारत-पाकिस्तान और थाईलैंड-कंबोडिया के बीच हुए संघर्ष सबसे अधिक चर्चा में रहे. इन युद्धों ने न केवल संबंधित क्षेत्रों बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर असर डाला.
इजरायल-ईरान युद्ध
इजरायल और ईरान के बीच जून 2025 में शुरू हुआ युद्ध 12 दिनों तक चला, जिसे ट्वेल्व-डे वॉर कहा गया. इजरायल ने 12 और 13 जून को ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान की परमाणु सुविधाओं, मिसाइल ठिकानों और सैन्य अड्डों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. 200 से अधिक लड़ाकू विमानों से नतांज, फोर्डो और इस्फाहान जैसी परमाणु साइटों को निशाना बनाया गया.
इसके जवाब में ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-III के तहत 550 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और एक हजार से ज्यादा ड्रोन दागे, जिनका निशाना तेल अवीव, येरुशलम और हाइफा रहे.
अमेरिका की एंट्री और युद्धविराम
युद्ध के दौरान अमेरिका भी इसमें कूद पड़ा. 22 जून को अमेरिकी स्टील्थ बी-2 बॉम्बर्स ने ईरान की परमाणु साइटों पर हमला किया. इसके बाद ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई की. आखिरकार 23 और 24 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से युद्धविराम हुआ. इस युद्ध में 1200 से अधिक लोगों की मौत हुई और ईरान का परमाणु कार्यक्रम कई साल पीछे चला गया.
भारत-पाकिस्तान युद्ध
मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच नया युद्ध शुरू हुआ. 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल और हवाई हमले किए. इसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए.
पाकिस्तान ने जवाब में ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. 9 और 10 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के 11 सैन्य ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला किया. इसके बाद पाकिस्तान ने युद्धविराम की अपील की और 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष थम गया.
थाईलैंड-कंबोडिया युद्ध
जुलाई 2025 में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद को लेकर युद्ध भड़क उठा. 23 जुलाई को लैंडमाइन विस्फोट में थाई सैनिक घायल हुआ, जिसके बाद दोनों देशों के बीच रॉकेट हमले और एयरस्ट्राइक हुईं. थाईलैंड ने एफ-16 विमानों से हमले किए और ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया.
इस युद्ध में दोनों ओर सैनिकों और नागरिकों की मौत हुई और करीब दो लाख लोग विस्थापित हुए. अमेरिकी राष्ट्रपति और ASEAN की मध्यस्थता से संघर्ष थमा, लेकिन दिसंबर में यह विवाद फिर भड़क उठा. बाद में दोबारा युद्धविराम हुआ, हालांकि सीमा विवाद अब भी सुलझा नहीं है.