कनाडा में 2 मिलियन डॉलर की फिरौती के लिए भारतीय मूल के कारोबारी के घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग, कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर आरोप
कनाडा के कैलेडन में भारतीय मूल के कारोबारी रणवीर मंड के घर पर गोलीबारी की घटना सामने आई है. इस हमले में घर, गैराज और कार पर 16 गोलियां चलाई गई.
नई दिल्ली: कनाडा के कैलेडन में भारतीय मूल के कारोबारी रणवीर मंड के घर पर गोलीबारी की घटना सामने आई है. इस हमले में घर, गैराज और कार पर 16 गोलियां चलाई गई. गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इस मामले में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया है. बताया गया है कि कारोबारी से दो मिलियन डॉलर की फिरौती मांगी गई थी, जब उन्होंने फिरौती देने से इंकार किया, तो उनके घर पर हमला किया गया. कनाडा पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.
फिरौती देने से मना करने पर हमला
रणवीर मंड ने मीडिया को बताया कि करीब 30 साल पहले वह कनाडा आए और वहां अपना रेस्टोरेंट और एक कंस्ट्रक्शन कंपनी शुरू की.करीब 3 महीने पहले ही बिश्नोई गैंग ने उनसे फिरौती मांगी थी. फिरौती देने से मना करने पर उन्हें इंग्लैंड और इटली के व्हाट्सएप नंबरों से धमकियां दी जा रही थी. सुबह गोलियों की आवाज सुनकर उनकी नींद खुल गई. गोलीबारी के समय उनके परिवार के सदस्य घर में मौजूद थे, लेकिन सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ. रणवीर ने कहा कि हम इस घटना के बाद बहुत डरे हुए हैं.
दो युवकों की गोली मारकर हत्या
इससे पहले एक दिन पहले कनाडा के एडमिंटन शहर में पंजाब के दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मृतकों में मानसा के गांव बरेह निवासी 27 वर्षीय गुरदीप सिंह और गांव उड़त सैदेवाला निवासी 18 वर्षीय रणवीर सिंह शामिल थे. दोनों एक कार में सवार थे, तभी हमलावरों ने उनकी कार को रोककर उन पर कई गोलियां चलाई.
'कैप्स कैफे' पर फायरिंग
कनाडा में पहले भी फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं. भारत के मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के 'कैप्स कैफे' पर तीन बार फायरिंग हो चुकी है. इन हमलों की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों और कुलवीर सिद्धू ने ली थी. दिल्ली पुलिस ने 28 नवंबर को बंधु मान सिंह को गिरफ्तार किया, जो इंडिया-कनाडा बेस्ड गोल्डी ढिल्लों गैंग का अहम सदस्य था. उसने अगस्त में 'कैप्स कैफे' पर फायरिंग करने वाले शूटरों को गाड़ी और दूसरी लॉजिस्टिक मदद मुहैया करवाई थी.
कनाडा में बिश्नोई गैंग पर प्रतिबंध
कनाडा में बिश्नोई गैंग पर 29 सितंबर को प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन इसके बाद गैंग और खतरनाक हो गया है. गैंग के सदस्य कई जगहों पर फायरिंग और टारगेट किलिंग की घटनाओं में शामिल रहे हैं. बिश्नोई गैंग पर चरमपंथ फैलाने का गंभीर आरोप है. बिश्नोई गैंग पर आरोप है कि यह सिख चरमपंथियों को निशाना बना रही है और कई बड़े हमलों में शामिल रही है. कनाडा में गैंग के गोल्डी बराड़, अभिजीत किंगरा और गोल्डी ढिल्लों सक्रिय हैं.