Video: घने कोहरे में गायब हुआ ताजमहल, उत्तर प्रदेश में पड़ रही हाड़ कंपाने वाली सर्दी
यह पहली बार नहीं है जब ताजमहल धुंध की चादर में गायब हुआ हो. साल 2021 में भी ताजमहल पर छाए धुंध के दृश्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए थे.

Taj Mahal Disappears: उत्तर भारत के कई राज्य भीषण शीतलहर से जूझ रहे हैं, बुधवार को आगरा और उसके प्रतिष्ठित स्मारक ताजमहल पर धुंध की मोटी परत छाई रही. ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि 17वीं सदी का यह मकबरा, जो दुनिया भर से लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है, धुंध की मोटी परत के नीचे मुश्किल से दिखाई दे रहा था.
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब उत्तर प्रदेश में भीषण शीतलहर चल रही है. पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण शहर में तापमान में गिरावट आई है. इसके अलावा, कई इलाकों में कोहरे के कारण दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई है.
दरअसल, मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है. सर्दियों के आते ही हर साल दूर-दूर से पर्यटक ताजमहल देखने आते हैं. आज सुबह मेहताब बाग पहुंचे पर्यटक ताजमहल का दीदार नहीं कर पाए. इस बीच, बुधवार को दिल्ली में घना कोहरा छाया रहा और पूरे शहर में शीतलहर चली, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई और सर्द हवाएं चलीं, जिससे दृश्यता कम हो गई.
न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिन में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है, जबकि अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. साथ ही, "बहुत घना कोहरा" छाए रहने की भी संभावना है. इस कड़ाके की ठंड के कारण बेघर लोगों को शहर के विभिन्न हिस्सों में बने रैन बसेरों में शरण लेनी पड़ रही है.
दिल्ली में रैन बसेरा बन रहे सहारा
सराय काले खां क्षेत्र, राम लीला मैदान क्षेत्र और निगम बोध घाट क्षेत्र से मिले दृश्यों में बड़ी संख्या में लोगों को रैन बसेरे में शरण लेते हुए दिखाया गया, जहां सभी बिस्तर भरे हुए थे. दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) ने बेघर लोगों को आश्रय देने के लिए 235 पगोडा टेंट भी स्थापित किए हैं. एम्स, लोधी रोड और निजामुद्दीन फ्लाईओवर सहित राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में रैन बसेरे बनाए गए हैं.


