'दिल्ली में प्रदूषण सबसे ज्यादा है..एक सिगरेट से कुछ नहीं बिगड़ेगा...', पार्लियामेंट स्मोकिंग विवाद पर बोले तृणमूल MP

संसद में धूम्रपान विवाद तेज हो गया है. तृणमूल सांसद सौगत रॉय पर लोकसभा में ई सिगरेट इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. जिसके बाद रॉय ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि सरकार प्रदूषण से ध्यान भटका रही है.

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Km Jaya

नई दिल्ली: संसद परिसर में धूम्रपान को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय के खिलाफ बीजेपी ने कड़ा रुख अपनाया है और उन पर प्रतिबंधित ई सिगरेट के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. यह मामला तब शुरू हुआ जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और गिरिराज सिंह ने संसद परिसर के बाहर सौगत रॉय को सिगरेट पीते हुए देखा और उनसे इस पर सवाल किया. 

वीडियो में रॉय हाथ में सिगरेट लिए नजर आए. उन्होंने कहा कि वे इमारत के अंदर नहीं बल्कि खुले में धूम्रपान कर रहे थे इसलिए यह कोई नियम उल्लंघन नहीं है. आज सौगत रॉय ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दों से ध्यान भटका रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण सबसे अधिक है और सरकार को धूम्रपान पर राजनीति करने के बजाय इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए.

सौगत रॉय ने क्या कहा?

सौगत रॉय ने कहा कि खुली जगह में धूम्रपान करने पर कोई रोक नहीं है और एक सिगरेट पीने से कुछ नहीं बदलता. विवाद आज उस समय और बढ़ गया जब बीजेपी ने आरोप लगाया कि रॉय ने लोकसभा कक्ष के अंदर ई सिगरेट का इस्तेमाल किया है. बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर कहा कि यह न सिर्फ कानून का उल्लंघन है बल्कि युवाओं के लिए गलत संदेश है. 

अनुराग ठाकुर ने पत्र में क्या लिखा?

उन्होंने याद दिलाया कि भारत में ई सिगरेट 2019 से प्रतिबंधित है और संसद भवन में किसी भी प्रकार के निकोटिन उपकरण के इस्तेमाल पर 2008 से रोक है. ठाकुर ने घटना की जांच और तृणमूल सांसद पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की. पत्र में कहा गया कि संसद जैसे लोकतंत्र के पवित्र स्थल में प्रतिबंधित उपकरण का इस्तेमाल गंभीर अपराध है. हालांकि ठाकुर ने नाम नहीं लिया लेकिन आरोप तृणमूल के सांसद पर ही बताया गया. उन्होंने इसे संसदीय शिष्टाचार का खुला उल्लंघन बताया.

सौगत रॉय ने क्यों बताया आरोपों को गलत?

दूसरी ओर सौगत रॉय ने फिर से कहा कि उन्होंने ई सिगरेट का इस्तेमाल नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वे उस समय सदन में मौजूद ही नहीं थे इसलिए उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं. रॉय ने कहा कि यह जांच का मामला है और यदि कोई उल्लंघन हुआ है तो स्पीकर कार्रवाई करें लेकिन इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना सही नहीं है. 

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि धूम्रपान बाहर करने पर कोई रोक नहीं है और रिपोर्टर्स को बिना वजह विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह मामला नियमों का है और फैसला स्पीकर को करना है.