'प्रधानमंत्री का होमवर्क पूरा कर लौटा', शुभांशु शुक्ला ने बताया अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का अनुभव

शुक्ला ने कहा, मुझे प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया होमवर्क याद है और मैंने इसे बहुत अच्छी तरह से पूरा किया है. उन्होंने बताया कि मिशन के दौरान उन्होंने जो सीखा और अनुभव हासिल किया वह भारत के भावी अंतरिक्ष कार्यक्रम विशेष रूप से गगनयान मिशन के लिए बेहद उपयोगी होगा.

Social Media
Gyanendra Sharma

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और गगनयात्री शुभांशु शुक्ला ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सफलतापूर्वक लौटने के बाद एक कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किए. एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) के हिस्से के रूप में शुक्ला ने 18 दिनों तक आईएसएस पर शोध और गतिविधियों में भाग लिया. अब उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए 'होमवर्क' को पूरा करने की बात कही है.

शुक्ला ने कहा, मुझे प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया होमवर्क याद है और मैंने इसे बहुत अच्छी तरह से पूरा किया है. उन्होंने बताया कि मिशन के दौरान उन्होंने जो सीखा और अनुभव हासिल किया वह भारत के भावी अंतरिक्ष कार्यक्रम विशेष रूप से गगनयान मिशन के लिए बेहद उपयोगी होगा. शुक्ला ने कहा कि मैं उत्साहित हूं कि मैं इसे सभी के साथ साझा कर सकता हूं.

शुक्ला ने अपने मिशन को इतिहास के सबसे बड़े मानव अंतरिक्ष मिशनों में से एक बताया. उन्होंने कहा, लॉन्च से लेकर रिकवरी तक आप इसके सदस्य बन जाते हैं और बहुत कुछ सीखते हैं." उन्होंने बताया कि इस मिशन से उन्हें एक साल से अधिक का ज्ञान प्राप्त हुआ है, जो भविष्य में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को मजबूत करने में मदद करेगा.

 शुक्ला ने यह भी साझा किया कि मिशन से लौटने के बाद उन्हें सबसे ज्यादा खुशी बच्चों के उत्साह और जिज्ञासा से मिली. खासकर बच्चों में जो उत्साह और जिज्ञासा है, वह मुझे बहुत प्रेरित करता है. वे मुझसे पूछते हैं कि मैंने क्या किया और अंतरिक्षयात्री कैसे बन सकते हैं. यह मेरे लिए एक बड़ा उपलब्धि है.