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Rajya Sabha Election 2024: यूपी-हिमाचल में भाजपा ने मारी बाजी, कर्नाटक में कांग्रेस की सीट बरकरार

Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा की 41 सीटें निर्विरोध भर चुकी हैं. राज्यसभा के नए सांसदों की लिस्ट में सोनिया गांधी, जेपी नड्डा और अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन के साथ-साथ पूर्व कांग्रेसी अशोक चव्हाण भी शामिल हैं, जो अब भाजपा में हैं.

India Daily Live

Rajya Sabha Election 2024:  लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस (Congress) ने आम आदमी पार्टी (AAP) और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ गठबंधन के तहत बड़े स्तर पर सीट शेयरिंग समझौते पर मुहर लगाई. हालांकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला INDIA गठबंधन, महाराष्ट्र में शिव सेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) और बंगाल की तृणमूल कांग्रेस के करार को अभी तक अंतिम रूप नहीं दे पाया है.

इसी बीच आज यानी मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में भाजपा के लिए क्रॉस वोचिंग की खबरों ने INDIA गठबंधन की पार्टियों खासकर कांग्रेस को परेशान कर दिया है. हालांकि उत्तर प्रदेश में सपा भी इस परेशानी से जूझ रही है. 

हिमाचल में भाजपा जीती

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. यहां भाजपा के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा है. दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों को यहां बराबर-बराबर वोट मिले थे. उधर उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने आठों सीटों पर अपनी जीत का परचम लहरा दिया है. 

कर्नाटक में जीते कांग्रेस के सभी उम्मीदवार

कर्नाटक राज्यसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए है जिसमें कांग्रेस ने 3 और बीजेपी ने एक सीट पर जीत हासिल की है. बता दें कि कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में थे. कांग्रेस के सभी तीन उम्मीदवार अजय माकन, सैयद नासिर हुसैन, जी सी चंद्रशेखर और बीजेपी उम्मीदवार नारायणसा भदागे ने जीत दर्ज की है. 

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को लगा झटका

कांग्रेस दो साल पहले ही पहाड़ी राज्य हिमाचल की सत्ता में आई है. पार्टी ने 68 विधानसभा सीटों में से 40 पर जीत हासिल की, जो पार्टी के लिए एक दुर्लभ जीत थी. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 25 सीटें मिलीं. कांग्रेस ने अभिषेक सिंघवी को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया, क्योंकि उनका बंगाल सीट का कार्यकाल खत्म हो रहा था. सिंघवी को हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद के रूप में पुष्टि के लिए केवल 35 वोटों की जरूरत थी. हालांकि कांग्रेस के छह विधायकों (और तीन निर्दलीय विधायकों) ने भाजपा के उम्मीदवार को वोट दे दिया है, जिसके बाद अब भाजपा और सत्तारूढ़ दल 34-34 वोटों पर बराबरी पर हैं.

कर्नाटक राज्यसभा चुनाव में क्या काम आई कांग्रेस की बाड़ेबंदी?

कांग्रेस शासित कर्नाटक में चार सीटें खाली हुईं. उम्मीद की जा रही थी कि सत्ताधारी दल अपने पास मौजूद विधायकों पर बिना किसी शोर-शराबे के दावा कर सकता है, क्योंकि उसके पास भाजपा और उसकी सहयोगी जनता दल (सेक्युलर) पास 85 सीटें हैं. जबकि कांग्रेस के पास 134 विधायक हैं. भाजपा के पास अपनी एक सीट बरकरार रखने के लिए पर्याप्त 45 वोट चाहिए. सबसे बड़ी चुनौती भाजपा समर्थित जेडीएस के कुपेंद्र रेड्डी को मैदान में उतारना था, जो दूसरी वरीयता के वोटों के आधार पर जीत हासिल कर सकते हैं.

इनके अलावा 41 सीटें निर्विरोध भरी जा चुकी हैं. नए सांसदों की लिस्ट में पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन के साथ-साथ पूर्व कांग्रेसी अशोक चव्हाण भी शामिल हैं, जो अब भाजपा में हैं.