प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल जाएंगे मणिपुर, पीड़ितों से करेंगे मुलाकात, जानें क्या है पूरा एजेंडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 13 सितंबर को मणिपुर का दौरा करेंगे. पीएम 13 से 15 सितंबर तक मिज़ोरम, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार का दौरा करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री 71,850 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर लंबे समय से अशांति और हिंसा की चुनौतियों से जूझ रहा है. अब हालात सामान्य होने की दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को राज्य का दौरा करेंगे. उनका यह दौरा न केवल राहत और विकास की योजनाओं पर केंद्रित होगा, बल्कि इसे शांति और विश्वास बहाली की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 12:15 बजे चुराचांदपुर पहुंचेंगे. यहां वे हालिया अशांति के दौरान विस्थापित हुए लोगों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं सीधे सुनेंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री शांति मैदान में एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे. इसी मौके पर वे राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लागू होने वाले कई विकास और राहत कार्यों की आधारशिला रखेंगे.
कांगला में सांस्कृतिक जुड़ाव और परियोजनाओं का उद्घाटन
चुराचांदपुर के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री दोपहर लगभग 2:30 बजे इंफाल के कांगला परिसर पहुंचेंगे. कांगला मणिपुर की मेइती संस्कृति और विरासत का प्रतीक माना जाता है. यहां प्रधानमंत्री घाटी क्षेत्र के विस्थापित परिवारों से मिलेंगे. साथ ही वे कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और राज्य के अंदर और बाहर बनने वाले नए विकास कार्यों की नींव रखेंगे.
2,500 करोड़ की विकास सौगात
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी लगभग 1,300 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इसके अलावा 1,200 करोड़ रुपये की पहले से पूरी हो चुकी परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया जाएगा. इनमें सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं. यह पैकेज मणिपुर को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और शांति प्रक्रिया को मजबूती देने का हिस्सा है.
शांति बहाली की दिशा में बड़ा कदम
राज्य के मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल के अनुसार, प्रधानमंत्री की यह यात्रा शांति और सामंजस्य की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. उन्होंने कहा कि मणिपुर न सिर्फ एक सीमावर्ती राज्य है, बल्कि भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का केंद्रीय स्तंभ भी है. यहां स्थिरता और सुरक्षा लौटाना पूरे देश के लिए अहम है. प्रधानमंत्री की यह यात्रा प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाने और राज्य को तेज विकास की ओर ले जाने का प्रयास है.
और पढ़ें
- Firecracker Ban India: दिल्ली ही क्यों?...अगर पटाखे बैन होंगे तो... दिवाली से पहले प्रदूषण पर मुख्य न्यायाधीश की सख्ती
- Asia Cup 2025: भारत-पाकिस्तान मुकाबले का पंजाब किंग्स ने किया 'अनोखा बॉयकॉट', पाक की कर दी बेइज्जती
- Haryana Court Verdict: 'SHO को एक घंटे सलाखों के पीछे बंद रखो', कोर्ट ने आदेश न मानने पर इंस्पेक्टर को सुनाई अनोखी सजा