तिरुवनंतपुरम निकाय चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत पर गदगद हुए पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं के लिए लिखा स्पेशल मैसेज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत को केरल की राजनीति में ऐतिहासिक क्षण बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तिरुवनंतपुरम के लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. पीएम मोदी ने लिखा- 'धन्यवाद तिरुवनंतपुरम! भाजपा-एनडीए को मिला जनादेश केरल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है.'

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तिरुवनंतपुरम: केरल की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है. बीजेपी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम महानगर निगम पर कब्जा कर लिया है. यह भाजपा के लिए ऐतिहासिक जीत है, क्योंकि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) का यहां 45 साल से अधिक समय से कब्जा था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत को केरल की राजनीति में ऐतिहासिक क्षण बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तिरुवनंतपुरम के लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. पीएम मोदी ने लिखा- 'धन्यवाद तिरुवनंतपुरम! भाजपा-एनडीए को मिला जनादेश केरल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है. लोग मानते हैं कि राज्य के विकास की आकांक्षाएं केवल हमारी पार्टी ही पूरी कर सकती है.'

निगम के 101 वार्डों में से एनडीए ने 50 वार्ड जीते, जिससे वह सबसे बड़ी पार्टी बन गई. एलडीएफ को सिर्फ 29 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 19 सीटें. दो सीटें निर्दलीयों के खाते में गईं और एक वार्ड में उम्मीदवार की मौत के कारण मतदान रद्द हो गया. यह जीत भाजपा के लिए विशेष महत्व रखती है. पहले 2020 के चुनाव में एनडीए को यहां 33 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार उन्होंने बड़ा उछाल दिखाया.

पीएम मोदी ने की कार्यकर्ताओं की मेहनत की तारीफ

भाजपा कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न मनाया और सड़कों पर उतरकर खुशी जाहिर की. पूर्व डीजीपी आर श्रीलेखा जैसे स्टार उम्मीदवारों की जीत ने भी पार्टी को मजबूती दी. पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं की मेहनत की तारीफ करते हुए कहा कि यह पीढ़ियों के संघर्ष का नतीजा है. उन्होंने कहा, 'केरल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर काम किया, जिससे आज यह शानदार परिणाम आया.'

राज्य स्तर पर देखें तो यूडीएफ ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं और कई जगहों पर एलडीएफ को पीछे छोड़ा. लेकिन तिरुवनंतपुरम में भाजपा की यह जीत सभी के लिए चौंकाने वाली रही. विशेषज्ञों का मानना है कि यह 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा को बड़ा बढ़ावा देगी. केरल में भाजपा लंबे समय से तीसरे विकल्प के रूप में उभर रही है.