'शानदार और सार्थक बातचीत', टैरिफ की टेंशन के बीच पीएम मोदी ने ट्रंप से बातचीत को लेकर दिया अपडेट
टैरिफ की टेंशन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की. बातचीत दे दौरान पीएम मोदी ने टैरिफ के तनाव के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए साझा प्रयासों को महत्व देने पर प्रकाश डाला.
टैरिफ की टेंशन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की. इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत अमेरिका की व्यापक वैश्वविक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की और व्यापार, जटिल तकनीक, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा में सहयोग का विस्तार करने पर अपने विचार साझा किए.
दोनों नेताओं ने सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के निरंतर मतबूत होने पर संतोष व्यक्त किया और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए साझा प्रयासों में गति बनाए रखने की महत्ता पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने इस दौरान कई क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर चर्चा की और साझा चुनौतियों के समाधान और सामान्य हितों को आगे बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की. सरकारी सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं ने एक दूसरे के संपर्क में रहने पर सहमति जताते हुए अपनी बात खत्म की.
द्विपक्षीय साझेदारी की प्रगति पर समीक्षा
बातचीत की शुरुआत दोनों नेताओं ने व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में हुए सुधारों की समीक्षा से की. पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने व्यापार, तकनीक, ऊर्जा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है. फोन कॉल में इस सकारात्मक रुझान को जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई गई.
व्यापारिक तनावों के बीच सहयोग का भरोसा
हालांकि कुछ मुद्दों पर मतभेद बने हुए हैं, लेकिन दोनों नेताओं ने व्यापारिक संबंधों की गति बनाए रखने को जरूरी बताया. उन्होंने इस पर सहमति जताई कि निरंतर संवाद से विवादित मुद्दों पर समाधान खोजा जा सकता है और आगे की संभावनाओं को मजबूत किया जा सकता है.
महत्वपूर्ण तकनीकों में नए अवसर
मोदी और ट्रंप ने महत्वपूर्ण और उभरती तकनीकों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया. कॉम्पैक्ट ढांचे के तहत 21वीं सदी की जरूरतों को देखते हुए साइबर सुरक्षा, उन्नत ऊर्जा समाधान और डिजिटल नवाचार जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई.
रक्षा और सुरक्षा सहयोग की मजबूती
दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग लगातार बढ़ रहा है. बातचीत के दौरान सैन्य साझेदारी, साझा प्रशिक्षण कार्यक्रम और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता को दोहराया गया. यह सहयोग इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहमति
बातचीत के अंत में दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर विचार साझा किए. आपसी सहमति बनी कि साझा चुनौतियों से निपटने और सामूहिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए करीबी तालमेल बनाए रखना आवश्यक है. दोनों ने संपर्क में रहने पर भी सहमति व्यक्त की.