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'मेरे लिए परम सौभाग्य की बात...', PM मोदी ने 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' का किया उद्घाटन; 3 बड़े ब्राह्मण को समर्पित

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसंत कुंज क्षेत्र में बने 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' का उद्धाटन किया है.

Anuj

लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसंत कुंज क्षेत्र में बने 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' का उद्धाटन किया है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' का उद्घाटन करना मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है.

सीएम योगी ने किया संबोधित

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के अनुसार, आज इन तीन महान नेताओं की विरासत को साकार होते देखना गर्व और खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आजाद भारत में 'एक देश, एक कानून, एक नेतृत्व' का सपना देखा था और आज उनका सपना पूरा होता दिख रहा है. सीएम योगी ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का विचार था कि समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आना चाहिए. बीते 11 वर्षों में देश ने इस सोच को जमीन पर उतरते हुए देखा है. उन्होंने कहा कि इन तीनों महापुरुषों के विचारों और मूल्यों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं और 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के सपने को आधुनिक भारत में साकार कर रहे हैं.

65 एकड़ में बना प्रेरणा स्थल

आपका बता दें कि 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' लगभग 65 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे करीब 230 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. यह परिसर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और विचारों को समर्पित है. यहां तीनों नेताओं की लगभग 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. यह स्थान एक राष्ट्रीय धरोहर के रूप में देखा जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों को नेतृत्व, सेवा और सांस्कृतिक मूल्यों से प्रेरणा देगा.

3 प्रमुख ब्राह्मण नेताओं को किया समर्पित

योगी सरकार ने इस प्रेरणा स्थल को जनसंघ से जुड़े तीन प्रमुख ब्राह्मण नेताओं को समर्पित किया है. माना जा रहा है कि यह स्थल आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश की राजनीति में ब्राह्मण समाज से जुड़ाव मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा. उत्तर प्रदेश में इससे पहले बसपा ने अंबेडकर और कांशीराम के नाम पर पार्क बनवाए थे, वहीं समाजवादी पार्टी ने लोहिया और जनेश्वर मिश्र के नाम पर बड़े पार्क विकसित किए. अब भाजपा ने भी प्रेरणा स्थल के रूप में अपनी मजबूत पहचान बनाने की कोशिश की है. यह कदम न सिर्फ विचारधारा को सामने लाता है, बल्कि राज्य की राजनीति में भाजपा की रणनीति को भी दर्शाता है.