Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इस दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान की आक्रामक गतिविधियों और भारत की जवाबी कार्रवाई पर विस्तार से जानकारी दी. कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने बार-बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान ने भारतीय एयरस्पेस का कई बार उल्लंघन किया. इसका मकसद भारत की रक्षा प्रणाली की जानकारी और सूफिया सूचना इकट्ठा करना था. ' पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया और इंटरनेशनल बॉर्डर पर भारी गोलाबारी की. इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के तंगधार, उरी, पुंछ, मेंढर, राजौरी, अखनूर और उधमपुर जैसे क्षेत्रों में भारी कैलिबर की आर्टिलरी गन और सशस्त्र ड्रोन का उपयोग किया गया.
सिविलियन विमानों का ढाल के रूप में इस्तेमाल
कर्नल सोफिया ने पाकिस्तान की कायराना हरकतों का खुलासा करते हुए कहा कि वह भारतीय हमलों से बचने के लिए सिविलियन विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है. मगर भारतीय वायुसेना ने संयम दिखाया। इसके बावजूद, भारतीय सेना ने अपनी रणनीतिक सूझबूझ से कई हमलों को नाकाम किया.
ड्रोन घुसपैठ और भारतीय जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और LoC पर 36 स्थानों पर 300-400 ड्रोनों के जरिए घुसपैठ की कोशिश की। कर्नल सोफिया ने बताया कि भारतीय सेना ने इनमें से कई ड्रोनों को मार गिराया. उन्होंने कहा, "रात में पाकिस्तान के मानव रहित हवाई वाहन ने बठिंडा सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश की। मगर उसे नाकाम कर दिया गया." इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के रक्षा ठिकानों पर चार ड्रोन हमले किए, जिनमें से एक ड्रोन ने पाकिस्तानी AD रडार को नष्ट कर दिया.
पाकिस्तान की धार्मिक स्थलों पर नापाक हरकत
कर्नल सोफिया ने पाकिस्तान पर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाइयों में भारत के कई जवान हताहत हुए और दो स्कूली बच्चों की जान चली गई. हालांकि, भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान हुआ.