अब कांग्रेस शासित तेलंगाना में SIR की बारी, CEC ज्ञानेश कुमार ने सभी BLO को दिए रिवीजन प्रक्रिया के 'मंत्र'
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने तेलंगाना में आगामी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की घोषणा की. उन्होंने BLO अधिकारियों से प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने का आग्रह किया और बताया कि प्रत्येक BLO औसतन 930 मतदाताओं को संभालेगा.
नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को घोषणा की कि तेलंगाना में मतदाता सूची का अगला स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) किया जाएगा. यह प्रक्रिया राज्यभर में एक समान रूप से लागू होगी, ताकि मतदाता सूची को अधिक सटीक, अद्यतन और भरोसेमंद बनाया जा सके. चुनाव आयोग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और अपात्र नाम समय रहते हटाए जाएं.
हैदराबाद में आयोजित बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) की एक महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि SIR की सफलता काफी हद तक BLO की कार्यक्षमता और जमीनी स्तर पर किए गए सत्यापन पर निर्भर करती है. उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ पुनरीक्षण प्रक्रिया को अंजाम दें, ताकि जनता का चुनाव प्रणाली पर विश्वास मजबूत हो.
प्रति BLO औसतन 930 मतदाताओं की जिम्मेदारी
CEC ज्ञानेश कुमार ने जानकारी दी कि तेलंगाना में औसतन प्रत्येक BLO को रिवीजन प्रक्रिया के दौरान करीब 930 मतदाताओं से जुड़े कार्यों की जिम्मेदारी निभानी होगी. इसमें नए मतदाताओं का पंजीकरण, मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाना और विवरणों में सुधार जैसे कार्य शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि यह संख्या चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन सही योजना और समन्वय से इसे प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सकता है.
तकनीक और फील्ड वर्क पर रहेगा जोर
चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि SIR के दौरान तकनीक और फील्ड वेरिफिकेशन दोनों पर समान रूप से ध्यान दिया जाएगा. डिजिटल टूल्स के माध्यम से डेटा अपडेट किया जाएगा, वहीं BLO घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे. इससे मतदाता सूची में त्रुटियों की संभावना कम होगी और प्रक्रिया अधिक पारदर्शी बनेगी.
निष्पक्ष और त्रुटिरहित चुनाव की दिशा में कदम
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का मुख्य लक्ष्य निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करना है. उन्होंने भरोसा जताया कि BLO और चुनाव से जुड़े सभी अधिकारी सामूहिक प्रयास से इस प्रक्रिया को सफल बनाएंगे. आयोग का मानना है कि समय पर और प्रभावी SIR से आगामी चुनावों में प्रशासनिक चुनौतियां कम होंगी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मजबूत होगी.
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