'पाकिस्तान को भुगतने होंगे 'दर्दनाक परिणाम' , परमाणु हमले की धमकी पर भारत ने 79वें स्वतंत्रता दिवस से पहले किया सावधान

भारत सरकार ने गुरुवार को कहा, "पाकिस्तान को अपनी बयानबाजी में संयम बरतने की सलाह दी जाएगी क्योंकि किसी भी दुस्साहस के दर्दनाक परिणाम होंगे, जैसा कि हाल ही में दुनिया ने देखा.

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Mayank Tiwari

भारत ने गुरुवार (14 अगस्त) को पाकिस्तान के नेतृत्व द्वारा हाल के शत्रुतापूर्ण बयानों की कड़ी आलोचना की. उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी "दुस्साहस" के गंभीर परिणाम होंगे. दरअसल, विदेश मंत्रालय ने इन बयानों को इस्लामाबाद की "जानी-मानी रणनीति" का हिस्सा बताया, जिसका मकसद भारत-विरोधी भावनाओं को भड़काना और अपनी विफलताओं से ध्यान हटाना शामिल है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार (14 अगस्त) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमने पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा भारत के खिलाफ लापरवाह, युद्ध भड़काने वाले और घृणित बयानों की लगातार प्रवृत्ति देखी है. ऐसे में पाकिस्तान को अपनी बयानबाजी में संयम बरतने की सलाह दी जाती है, क्योंकि किसी भी दुस्साहस के दर्दनाक परिणाम होंगे, जैसा कि हाल ही में प्रदर्शित हुआ है.

जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, ये तीखी प्रतिक्रिया पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मंगलवार के बयान के जवाब में आई, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी थी कि भारत को उनके देश के "एक बूंद पानी" को भी लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह बयान नई दिल्ली के 23 अप्रैल को 1960 के सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को "निलंबित" करने के फैसले के बाद तनाव के बीच आया, जो कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के एक दिन बाद लिया गया था.

पाकिस्तानी नेतृत्व के उकसावे वाले बयान

शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में एक समारोह में कहा, "अगर आप हमारा पानी रोकने की धमकी देते हैं, तो आप एक बूंद भी नहीं छीन सकते." उन्होंने आगे कहा कि यदि भारत ने ऐसा प्रयास किया तो उसे "सबक सिखाया जाएगा." पाकिस्तान ने बार-बार दावा किया है कि पानी के प्रवाह को रोकना युद्ध का काम माना जाएगा. उनके बयान पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की टिप्पणियों से मिलते-जुलते हैं, जिन्होंने आईडब्ल्यूटी के निलंबन को सिंधु घाटी सभ्यता पर हमले की तरह बताया और चेतावनी दी कि "यदि युद्ध के लिए मजबूर किया गया तो पाकिस्तान पीछे नहीं हटेगा.

भारत की ओर से जवाबी हमला

इन बयानों का असामान्य जवाब अभिनेता से राजनेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने दिया, जिन्होंने पाकिस्तान को "ब्रह्मोस मिसाइलों की श्रृंखला" से धमकी दी और एक अजीब टिप्पणी में कहा कि भारत में एक बांध बनाया जाएगा और "140 करोड़ भारतीय" वहां "शौच" करेंगे, फिर उसे पड़ोसी देश पर छोड़ दिया जाएगा. उन्होंने साफ किया कि उनके बयान पाकिस्तान के प्रतिष्ठान पर निशाना साधते हैं, न कि वहां की जनता पर करते हैं. 

जानिए पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने क्या कहा?

वहीं, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने फ्लोरिडा के टाम्पा में प्रवासी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामाबाद भारत द्वारा पानी रोकने के लिए बनाए गए किसी भी बांध को "नष्ट" कर देगा, यह दावा करते हुए कि "सिंधु नदी भारतीयों की पारिवारिक संपत्ति नहीं है." नई दिल्ली ने मुनीर के बयानों को "परमाणु तलवारबाजी" करार देते हुए जवाब दिया और पाकिस्तान के परमाणु कमांड की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए.

पाकिस्तानी बयानबाजी पर भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की धमकियां पाकिस्तानी सेना और आतंकी समूहों की निकटता को दर्शाती हैं और भारत को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने से नहीं रोकेंगी। मंत्रालय ने यह भी खेद जताया कि मुनीर के बयान "एक मित्र देश की धरती से" आए.