'भारत सिर्फ एक उभरता बाजार नहीं, दुनिया के लिए एक...', पीएम मोदी ने दुनिया को दिखाया भविष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आज उभरता हुआ बाजार ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए उभरता मॉडल है. वैश्विक संकटों के बावजूद भारत सात प्रतिशत की विकास दर के साथ मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में आयोजित छठे रामनाथ गोयनका लेक्चर में कहा कि भारत अब केवल एक ‘इमर्जिंग मार्केट’ नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक ‘इमर्जिंग मॉडल’ बन कर उभर रहा है.
उन्होंने वैश्विक संकटों के बीच भी भारत की मजबूत विकास यात्रा को रेखांकित किया और कहा कि देश आज अनिश्चितताओं के दौर में आशा, स्थिरता और प्रगतिशील भविष्य का मार्ग दिखा रहा है. पीएम मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत को विकास की राजनीति की स्वीकृति बताया.
भारत वैश्विक अनिश्चितता में भी मजबूत
पीएम मोदी ने कहा कि 2022 का यूरोपीय संकट और 2023 में पश्चिम एशिया में बिगड़े हालात ने विश्व अर्थव्यवस्था को झकझोर दिया, लेकिन भारत ने लगातार मजबूत विकास दर बरकरार रखी. उन्होंने बताया कि 2022-23 में भारत ने शानदार आर्थिक गति बनाए रखी और मौजूदा वर्ष में भी सात प्रतिशत के आसपास की विकास दर ने भारत को वैश्विक आर्थिक स्थिरता का स्तंभ बनाया है. मोदी के अनुसार, दुनिया जब अनिश्चितता से जूझ रही है, भारत आगे का रास्ता दिखा रहा है.
'भारत एक उभरता मॉडल है'
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'इंडिया इज नॉट जस्ट ऐन इमर्जिंग मार्केट, इट इज ऐन इमर्जिंग मॉडल.' उन्होंने इसे नई सोच, नई ऊर्जा और आत्मनिर्भर भारत की भावना का परिणाम बताया. पीएम मोदी ने भारतीयों के भीतर मौजूद 'कंस्ट्रक्टिव इंपेशेंस' यानी सकारात्मक अधीरता को देश की प्रगति की ताकत बताया. उनका कहना था कि आज का भारत विकास के लिए उतावला है, आत्मनिर्भर बनने को आतुर है और तेजी से आगे बढ़ना चाहता है.
बिहार में विकास की राजनीति की जीत
प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए की बिहार विधानसभा चुनाव में भारी जीत का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जनता का स्पष्ट संदेश है कि देश विकास की राजनीति को ही चुनना चाहता है. उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया संस्थान यह दावा करते हैं कि बीजेपी हमेशा चुनाव मोड में रहती है, लेकिन असल में यह 'इमोशनल मोड' है- लोगों की भावनाओं, उम्मीदों और आकांक्षाओं से जुड़ने का तरीका. उन्होंने कहा कि जनता ने विकास के प्रति भरोसा जताया है.
राज्यों को विकास की होड़ में उतरने की अपील
पीएम मोदी ने राज्यों से आग्रह किया कि वे विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि राज्य निवेश आकर्षित करने और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित कर सकते हैं. उनके अनुसार, चाहे केंद्र की सरकार हो या क्षेत्रीय दलों की सरकारें-सबका लक्ष्य विकास होना चाहिए. यही भारत को वैश्विक स्तर पर और मजबूत बनाएगा.
वैश्विक संकटों के बीच भी भारत आशा का केंद्र
मोदी ने कहा कि कोरोना के बाद से विश्व अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है- चाहे सप्लाई चेन में बाधाएं हों या ऊर्जा संकट. ऐसे माहौल में भारत ने न केवल स्थिरता दिखाई बल्कि दुनिया को उम्मीद का नया रास्ता भी दिया. उन्होंने कहा कि भारत की विकास यात्रा आज पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बन रही है और आने वाले वर्षों में यह भूमिका और मजबूत होगी.
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