महिला वर्ल्ड कप, ऑपरेशन सिंदूर...साल 2025 में कैसे X-फैक्टर साबित हुईं दुनियाभर की महिलाएं

ऑपरेशन में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भागीदारी ने वैश्विक तौर पर संदेश दिया कि महिलाएं सीर्फ पीड़ित और पुतला नहीं है बल्कि वे किसी भी मुश्किल का डंटकर सामना कर सकती हैं और आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दे सकती हैं.

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Sagar Bhardwaj

साल 2025 खत्म होने को है. इस साल में भारत सहित विश्व की कई महिलाओं ने नए कीर्तिमान स्थापित किए जिनमें ऑपरेशन सिंदूर, महिला क्रिकेट वर्ल्डकप जैसे कुछ उदाहरण शामिल हैं.

आइए डालते हैं ऐसे ही कुछ उदाहरणों पर एक नजर...

पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर

अपने पति की लाश के नजदीक बैठी एक नई शादीशुदा महिला की तस्वीर 2025 में हुए पहलगाम हमले की पहचान बन गई.

इस हमले में 26 लोग मारे गए थे जो सभी पुरुष थे.

आतंकवादी ने उस महिला से कहा था, 'जा और मोदी को बता देना'

इस घटना के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर हुआ, जिसमें महिलाओं की बढ़-चढ़कर भागीदारी को पूरी दुनिया ने देखा.

ऑपरेशन में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भागीदारी ने वैश्विक तौर पर संदेश दिया कि महिलाएं सीर्फ पीड़ित और पुतला नहीं है बल्कि वे किसी भी मुश्किल का डंटकर सामना कर सकती हैं और आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दे सकती हैं.

ऑपरेशन सिंदूर में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली. अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा के साथ अखनूर सेक्टर में बीएसएफ की की 6 महिला सदस्यीय टीम ने असिस्टेंट कमांडेंट नेहा भंडारी के नेतृत्व में तीन दिन और रात तक पाकिस्तान की गोलीबारी के बीच अग्रिम चौकियों की रक्षा की और पूरे सियालकोट में दुश्मन के ठिकानों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. कई नए रंगरूटों के लिए यह उनकी पहली युद्ध परीक्षा थी. यह प्रतिकात्मकता से जमीनी कार्रारवाई की ओर एक निर्णायक बदलाव का संकेत है.

बिहार में जीते नीतीश कुमार लेकिन महिलाओं को मिला जीत का श्रेय

बिहार विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से महिलाओं की भागीदारी निर्णायक साबित हुई. चुनाव में महिलाओं की बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी ने नीतीश कुमार की जीत सुनिश्चित करते हुए हार जीत की लड़ाई को एकतरफा कर दिया. जेडीयू का साल 2005 से ही महिलाओं के हित में एजेंडा रहा है. यही वजह है कि इस चुनाव में 71.6 प्रतिशत महिलाओं ने वोट किया जो कि पुरुषों की मतदान प्रतिशत से 6 प्रतिशत ज्यादा है और 2020 के 59.7% से तीव्र बढ़ोत्तरी है.

राज्य की 1.5 करोड़ महिलाओं के लिए 10,000 रुपए की घोषणा ने चुनाव में टर्बो बूस्ट का काम किया. जीविका दीदी, दिवाली के बाद राखी और दास हजारिया के तौर पर महिलाओं के लिए दी गई राशि ने एनडीए की एकतरफा जीत की इबारत लिखी.

अपने पहले कार्यकाल में नीतीश कुमार ने स्कूल जाने वाली छात्रों के लिए साइकिल की योजना लागू की थी, इसके बाद धीरे-धीरे महिलाओं का नीतीश सरकार पर भरोसा बढ़ता गया.

शासन के शिखर पर पहुंचीं महिलाएं

साल 2025 में महिलाओं का राजनीति के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचना एक अपवाद के बजाय एक लंबा समय से लंबित सुधार सा प्रतीत होने लगा. मार्च में नामीबिया की नेटुम्बो-नदैतवाह ने देश की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. एक ऐसे क्षेत्र में जहां सत्ता लंबे समय से पितृसत्तात्मक परंपराओं द्वारा आकार लेती रही है, उनकी अध्यक्षता एक गहरे बदलाव का वादा करती है.

दक्षिण अफ्रीका में भी कुछ महीनों बाद यही बदलाव देखने को मिला. जुलाई में सूरीनाम ने जेनिफर गीरलिंग्स-साइमन्स को अपनी पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में चुना. यह ऐसे समय में हुआ जब देश आर्थिक अनिश्चितता और हाल ही में खोजे गए समुद्री तेल के भंडारों से प्रेरित सतर्क आशावाद का माहौल था.

अक्टूबर में सनाए ताकाइची ने जापान की पहील महिला प्रधानमंत्री बनकर देश की सबसे पुरानी राजनीतिक बाधाओं में से एक को तोड़ा. पुरुषों के वर्चस्व वाली इस व्यवस्था में उनका उदय न केवल पार्टी पदानुक्रम में बल्कि जनता की अपेक्षाओं में भी एक बदलाव का संकेत था. जापान में जहां महिलाओं के लिए राजनीतिक प्रतिनिधित्व ऐतिहासिक रूप से पिछड़ा रहा है वहीं ताकाइची की नियुक्ति इस बात का संकेत है कि नेतृत्व की रूपरेखा धीरे-धीरे विस्तृत हो रही है जिससे महिलाओं की भावी पीढ़ियां खुद को सत्ता के हाशिए पर नहीं बल्कि उसके केंद्र में देख सकेंगी.

क्रिकेट में महिलाओं का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

भारतीय महिला क्रिकेटरों हरमनप्रीत कौर, जेमिमा रोड्रिग्स, दिव्या देशमुख, शीतल देवी, निकहत जरीन, स्टैनजिन डोलकर और अनहत सिंह ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर भारत को पहला महिला विश्वकप दिलाया.

क्रिकेट के अलावा अन्य प्रतिस्पर्धाओं में भी भारतीय महिलाओं ने अपनी धाक जमाई. दिव्या देशमुख चेस में विश्व कप जीतने वाली सबसे कम उम्र की चैंपियन बनीं वहीं शीतल देवी ने पैरा-विश्व खिताब जीतकर सिर्फ अपने स्कोर के आधार पर एबल-बॉडी कंपाउंड टीम में सलेक्शन हासिल किया. वहीं स्क्वैश में अनाहत सिंह ने SRFI स्क्वैश इंडियन ओपेन जीतकर सुर्खियां बंटोरी वहीं निखत जरीन के नेतृत्व में भारत की महिला खिलाड़ियों ने 9 में से 7 गोल्ड मैडल दिलाये.

इसके अलावा भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम ने नेत्रहीनों के लिए आयोजित पहले टी20 वर्ल्ड कप में जीत हासिल की. इसके अलावा विश्व आइस हॉकी में स्टैनजिन डोलकर के निर्णायक गोल ने भारत को आइस हॉकी में पहला अंतरराष्ट्रीय रजद पदक दिलाया. इसके अलावा फुटबाल में भारत की महिला टीम ने दो दशकों में पहली बार सीधे AFC एशियन कप के लिए क्वालिफाई किया.

दुनिया की टॉप-10 अमीरों की लिस्ट में शामिल हुई पहली भारतीय महिला

रोशनी नादर 2025 में इतिहास में पहली बार दुनिया के शीर्ष 10 रईसों की लिस्ट में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं. 3.5 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ उन्हें हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट में 5वां स्थान मिला.  इसी के साथ वह इस साल भारत की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति भी बन गई हैं.