राहुल गांधी जिस 'वोट चोरी' को बता रहे 'एटम बम', जानें कहां से आया आइडिया और कैसे बना चुनाव आयोग को घेरने का 'मास्टर प्लान'
कांग्रेस नेता ने तमाम तरह के दस्तावेज दिखाकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और बेंगलुरु सेंट्रल की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर वोट चोरी के आरोप लगाए और कहा कि वोट चोरी के कारण ही बीजेपी की जीत हुई.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को चुनाव आयोग पर वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस नेता ने तमाम तरह के दस्तावेज दिखाकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और बेंगलुरु सेंट्रल की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर वोट चोरी के आरोप लगाए और कहा कि वोट चोरी के कारण ही बीजेपी की जीत हुई.
राहुल गांधी ने वोट चोरी का सबूत देने के लिए जो दस्तावेज दिखाए उन्हें तैयार करने में राहुल गांधी ने 40 लोगों की टीम लगाई थी. इन 40 लोगों की टीम ने बेंगलुरु के एक ऑफिस में बैठकर 4 महीनों की कड़ी मेहनत के बाद ये दस्तावेज तैयार किये. दस्तावेजों में वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताओं की बात कही गई है. राहुल गांधी ने इन दस्तवाजों को लहराते हुए कहा कि चुनाव आयोग को अब ऐसी चुनावी विसंगतियों को नजरअंदाज करने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
2024 के आम चुनावों में कांग्रेस को मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, बिहार में करारी हार का सामना करना पड़ा. हरियाणा विधानसभा चुनाव में तो कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन वहां भी बाजी पलट गई. एक के बाद एक कई प्रमुख राज्यों में मिली हार के बाद कांग्रेस को चुनावी प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर संदेह हुआ. कांग्रेस ईवीएम पर लगातार सवाल उठा रही थी लेकिन ठोस सबूतों के अभाव में चुनाव आयोग लगातार इन आरोपों को नकारता रहा.
मनसूर अली खान के आरोपों के बाद सतर्क हुई कांग्रेस
जब बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मनसूर अली खान की हार हुई तब उन्होंने अपनी विधानसभा में वोट चोरी का मुद्दा पार्टी हाई कमान के सामने उठाया. AICC के महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, राहुल गांधी ने इसकी विस्तृत जांच कराने का फैसला किया.
मनसूर अली खान ने लगाए थे गड़बड़ी के आरोप
एक्टर-राजनेता मनसूर अली खान जब बेंगलुरू सेंट्रल से उम्मीदवार बने थे तो कांग्रेस ने उनके चुनावी कैंपेन में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. कांग्रेस के सर्वे, एग्जिट पोल, जनता की रायशुमारी सब ने मनसूर अली खान की जीत की भविष्यवाणी कर दी थी लेकिन जब रिजल्ट आया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.
राहुल ने शुरू करवाई जांच
इसके बाद राहुल गांधी ने अपनी सोशल मीडिया टीम के माध्यम से इन कथित गड़बड़ियों को लेकर जांच कराने का फैसला किया. चार महीनों के कठोर परिश्रम के बाद उनकी 40 लोगों की टीम ने जो जांच की उसने चुनाव आयोग के कान खड़े कर दिए. जब राहुल की टीम ने वोटर्स के सारे डेटा, फोटो, नाम, पते, पिता का नाम आदि का आकलन किया तो परिणाम चौंकाने वाले थे.
कैसे चुराए गए वोट- राहुल गांधी ने बताया
राहुल गांधी ने वोट चोरी के जो दस्तावेज पेश किये उनके अनुसार, अकेले महादेवपुरा सीट पर 1,00,250 वोटों की चोरी हुई, जिनमें...
- 11,965 डुप्लिकेट वोट
- 40,009 फर्जी पते वाले वोट
- 10,452 मतदाताओं क एक ही पता
- बिना फोटो वाले 4132 वोटर
- पहली बार मतदान के लिए बनाए गए फॉर्म 6 के फर्जी इस्तमाल से 33,692 वोटर जोड़े गए.
- इनमें से कई मतदाताओं की उम्र संदिग्ध रूप से अधिक थी, किसी की 70, किसी की 85 और किसी की 95 वर्ष.
इंडिया गुट ने की एक्शन की तैयारी
विपक्षी इंडिया गठबंधन अब इस मुद्दे को तूल देने की तैयारी कर रहा है. गुरुवार को इस रिपोर्ट के जाहिर होने के बाद इंडिया ब्लॉक की राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर बैठक हुई, जिसमें फैसला लिया गया कि विरोध केवल संसद तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए.
चुनाव आयोग के ऑफिस तक मार्च
इंडिया ब्लॉक ने सोमवार को दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च निकालने का फैसला किया है. इसके बाद आरजेडी 10 सितंबर को पटना में पदयात्रा शुरू करने वाला है. वहीं 24 सितंबर को इंडिया ब्लॉक की इस वोट चोरी के खिलाफ संयुक्त घोषणा किये जाने की उम्मीद है.