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अरुणाचल, असम और मेघालय में भारी बारिश का कहर, बाढ़ और लैंडस्लाइड से 14 की मौत

पूर्वी कामेंग जिले के पुलिस अधीक्षक कमदम सिकोम ने बताया, "पुलिस को इस दुर्घटना की जानकारी शुक्रवार रात करीब 8 बजे मिली थी. सेप्पा पुलिस स्टेशन में फोन कर राष्ट्रीय राजमार्ग 13 पर गंभीर दुर्घटना की सूचना दी गई थी.

Imran Khan claims
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पिछले 48 घंटों से अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और मिजोरम में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने बाढ़ और भूस्खलन का तांडव मचाया है, जिसके चलते कई लोगों की जान चली गई है. इन राज्यों में प्राकृतिक आपदा ने भारी तबाही मचाई, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. वहीं, अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में बाना-सेप्पा मार्ग पर राष्ट्रीय राजमार्ग 13 पर हुए भूस्खलन में दो परिवारों के सात लोगों की जान चली गई.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले के पुलिस अधीक्षक कमदम सिकोम ने बताया, "पुलिस को इस दुर्घटना की जानकारी शुक्रवार रात करीब 8 बजे मिली थी. सेप्पा पुलिस स्टेशन में फोन कर राष्ट्रीय राजमार्ग 13 पर गंभीर दुर्घटना की सूचना दी गई थी. फोन पर बताया गया कि लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक सफेद मारुति फ्रॉन्क्स कार बह गई." उन्होंने आगे कहा, "सेप्पा पुलिस की एक टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची.भूस्खलन के कारण वाहन अचानक सड़क से नीचे उतर गया था, जिससे वह गहरी खाई में गिर गया. वाहन में सवार सात लोग लापता थे.

स्थानीय लोगों के मदद से लोगों को किया गया रेस्क्यू

एसपी ने आगे बताया कि रेस्क्यू टीम ने लगातार बचाव अभियान चलाया और 31 मई की सुबह स्थानीय ग्रामीणों की मदद से कई घंटों की गहन खोज के बाद वाहन और मृत सभी लोगों को खोज लिया गया. जहां मृतकों में चार छोटे बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं, जो सभी बिचोम जिले के किटचांग गांव के निवासी थे.

इसके अलावा, जीरो कस्बे में शुक्रवार देर रात कैबेज गार्डन क्षेत्र में हुए भूस्खलन में दो और लोगों की मौत हो गई. डिप्टी एसपी ओजिंग लेगो ने बताया कि राज्य आपदा टीम और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया, लेकिन मिट्टी में दबने से दो लोगों की जान चली गई.

असम में भूस्खलन और बाढ़ का कहर

बता दें कि, असम के कामरूप मेट्रोपोलिटन जिले में भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मौत हुई, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं. गुवाहाटी के बोंडा इलाके में हुई इस घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया. शहरी मामलों के मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने पुष्टि करते हुए कहा, "बाढ़ से कामरूप, कछार, धेमाजी, लखीमपुर और गोलाघाट सहित छह जिलों में 10 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जहां दो राहत शिविर और एक वितरण केंद्र स्थापित किया गया है." गुवाहाटी में भारी जलजमाव के कारण स्कूल बंद कर दिए गए हैं और सरकारी कर्मचारियों को विशेष छुट्टी दी गई है.

रेड अलर्ट और राहत कार्य का काम जारी

अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. फिलहाल, सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है. इन आपदाओं ने एक बार फिर जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं.

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