फर्जी वोटर के दावों से लेकर झूठी कहानियों तक, वोट चोरी पर कांग्रेस के आरोप हुए फेल
राहुल गांधी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें उन्होंने 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया. उन्होंने इसे एक बड़ा खुलासा बताया, साथ ही एच-फाइल्स भी जारी कीं.
नई दिल्ली: राहुल गांधी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें उन्होंने 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया. उन्होंने इसे एक बड़ा खुलासा बताया, साथ ही एच-फाइल्स भी जारी कीं. उनके मुताबिक, इसमें धांधली का सबूत होने का दावा किया गया. हालांकि, जब इन दावों की जांच की गई, तो इनमें लगभग सभी वादे झूठे और गुमराह करने वाले निकले. धोखाधड़ी साबित करने के बजाय, इनसे यह पता चला कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया पर हमला करने के लिए कैसे भ्रम और झूठी कहानियां फैलाईं.
कांग्रेस ने वोट चोरी को लेकर कई दावे किए, जो अब ठंडे बस्ते में जा रहे हैं, क्योंकि इनमें से ज्यादा वादे झूठे निकल आए हैं. अगर आपको अभी तक नहीं पता है कि कांग्रेस ने क्या-क्या आरोप लगाए हैं, तो चलिए इन फेक दावों की सीरीज देखते हैं.
मल्टीपल वोटिंग का दावा:
राहुल गांधी ने कहा था कि धकोला गांव में वोटर लिस्ट में एक बुजुर्ग महिला का नाम 220 बार आया. इसका मतलब यह है कि वोट चोरी छोटे नहीं बल्कि बड़े पैमाने पर की जा रही है. हालांकि, यह पूरी तरह से गलत था. अब इस दावे को लेकर कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग ने एक पोलिंग बूथ को दो हिस्सों में बांट दिया था, जिसमें बूथ 63 और 64 थे. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वोटरों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई थी. इस तरह का बंटवारा चुनाव आयोग आमतौर पर करता है.
बूथों का यह बंटवारा एक सामान्य प्रशासनिक कदम था न कि फर्जी वोटरों का सबूत. इसमें अहम बात यह है कि कांग्रेस असल में धकोला में जीत गई. 2019 की तुलना में उनके वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई, जबकि बीजेपी का वोट शेयर लगभग आधा हो गया. तो राहुल गांधी के धांधली का दावा उस इलाके से आयो जहां उनकी अपनी पार्टी जीती थी. ऐसे में ये आरोप खारिज हो जाता है.
वोट चोरी के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "इनके पास कोई मुद्दा ही नहीं है. अगर राहुल गांधी में थोड़ी सी भी काबिलीयत है, तो...
बैलेट पेपर के बारे में गुमराह करने वाले दावे:
राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस बैलेट पेपर वोटों में आगे थी लेकिन EVM से वोटों की गिनती के बाद हार गई, जिससे लगता है कि वोट चोरी हुई है. हालांकि, हरियाणा में कुल वोटों का केवल 0.57% ही बैलेट वोट थे, जो काफी छोटा है. बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का दावा करने के लिए 1% से भी कम वोटों का इस्तेमाल करना तो सही नहीं है. जबकि जुलाना, हथीन, नांगल चौधरी और आदमपुर जैसे कई निर्वाचन क्षेत्रों में, बीजेपी पोस्टल बैलेट में आगे थी लेकिन फाइनल नतीजों में हार गई.
राहुल गांधी ने लगाए थे ये आरोप:
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि एक महिला ने 10 अलग-अलग बूथों पर 22 बार वोट दिया और हरियाणा में 25 लाख फर्जी वोटर थे. जबकि इस केस में माइग्रेशन, स्पेलिंग की गलतियों, या क्लर्कियल गलतियों के कारण डुप्लीकेट नाम आ सकते हैं, जिन्हें चुनाव से पहले नियमित रूप से ठीक किया जाता है. कांग्रेस ने इन कथित फर्जी वोटरों के बारे में चुनाव आयोग में कभी कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की. सीसीटीवी फुटेज और हजारों पोलिंग एजेंटों ने कोई भी अनियमितता नहीं देखी.
सबसे अजीब दावों में से एक यह था कि एक ब्राजीलियाई मॉडल की फोटो कई भारतीय वोटर ID पर छपी थी. राहुल गांधी ने इसे BJP-ECI की साजिश का सबूत बताया. बता दें कि वह महिला लारिसा नेरी थी, जो एक ब्राजीलियाई इन्फ्लुएंसर है जिसकी फोटो स्टॉक इमेज वेबसाइटों पर उपलब्ध थी. इसके बाद इस महिला ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उसने क्लियर किया कि वो कभी भारत नहीं आई.