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क्या वायनाड से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे राहुल गांधी, जानिए किस पार्टी की ड‍िमांड पर I.N.D.I.A. में पड़ सकती है दरार?

Lok Sabha Election 2024: CPI की हुई राष्ट्रीय नेतृत्व की बैठक में यह फैसला किया गया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आगामी 2024 लोकसभा चुनाव वायनाड से न लड़ने को लेकर सिफारिश की जाएगी.

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Avinash Kumar Singh
Last Updated : 24 September 2023, 12:17 AM IST
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नई दिल्ली:  2024 लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे है. बीते दिनों यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी से और प्रियंका गांधी बनारस से चुनाव लड़ सकती है. ऐसे में सवाल यह उठने लगा कि क्या राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. क्योंकि मौजूदा समय में राहुल गांधी वायनाड संसदीय सीट से सांसद है. बीते दिनों लोकसभा की सांसदी बहाल होने के बाद राहुल गांधी ने वायनाड का दौरा करके वहां की जनता से दिल से रिश्ता निभाने की बात कही थी.

अमेठी या वायनाड राहुल गांधी कहां से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

तमाम सियासी उठापटक और सियासी चर्चाओं के बीच अब इस बात की चर्चा तेज चली है कि आखिरकार राहुल गांधी अमेठी या वायनाड कहां से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इसी बीच यह खबर सामने आयी है कि हाल में ही CPI की हुई राष्ट्रीय नेतृत्व की बैठक में यह फैसला किया गया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आगामी 2024 लोकसभा चुनाव वायनाड से न लड़ने को लेकर सिफारिश की जाएगी.

राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने को लेकर CPI का स्टैंड

CPI का मानना है कि "कांग्रेस नेता राहुल गांधी BJP उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ें. जहां बीजेपी उम्मीदवार से कड़ी टक्कर हो और इसका सियासी संदेश पूरे देश में जाए. CPI कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन की पूर्ण सहयोगी है. ऐसे में सबसे पुरानी पार्टी यानी कांग्रेस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राहुल गांधी वायनाड से इलेक्शन न लड़ें"

इसके पीछे का सियासी निहितार्थ यह है कि CPI साल 2009 से वायनाड सीट पर चुनाव लड़ती रही है लेकिन पिछले तीनों चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार को आसानी से जीत मिली थी. CPI केरल में CPIM के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चे की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने 4.31 लाख से अधिक वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी.जब कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने 19 सीटें जीती थीं. उनकी हार का एक कारण राहुल गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ने का निर्णय लेना था.

CPI के प्रस्ताव पर कांग्रेस पार्टी का क्या है रुख 

CPI ने अपना फैसला कांग्रेस आलाकमान को बताने की तैयारी पूरी कर ली है, लेकिन कांग्रेस सूत्रों ने CPI के इस प्रस्ताव पर विचार किए जाने पर संदेह व्यक्त किया है. कांग्रेस पार्टी का मानना है कि कोई भी राजनीतिक दल का नेता किसी भी लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए आजाद है. ऐसे में यह कांग्रेस पार्टी का फैसला होगा कि राहुल गांधी वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं.  

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