'आपने डेढ़ घंटे सिर्फ बकैती की...', शाह-राहुल के बीच हुए सियासी टकराव पर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं में घमासान
शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को संसद में चुनाव सुधारों पर चर्चा हुई. इस दौरान सरकार और विपक्ष के बीच तीखी तकरार देखने को मिली. गृहमंत्री अमित शाह के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट किया.
नई दिल्ली: शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को संसद में चुनाव सुधारों पर चर्चा हुई. इस दौरान सरकार और विपक्ष के बीच तीखी तकरार देखने को मिली. गृहमंत्री अमित शाह के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट किया, जबकि भाजपा नेताओं ने इसे विपक्ष की 'बचने की रणनीति' बताया.
विपक्ष ने किया वॉकआउट
बुधवार को लोकसभा में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर हुई बहस अचानक गरमा गई, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आमने-सामने आ गए. विपक्ष ने चुनावी सुधारों, ‘वोट चोरी’ और मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर सवाल उठाए, जिनका शाह ने विस्तार से जवाब दिया. लेकिन विपक्षी दल उनके भाषण से संतुष्ट नहीं हुए और वॉकआउट कर दिया. भाजपा सांसदों ने इसे विपक्ष की 'सच से भागने की आदत' बताया.
'घुसपैठिये देश से बाहर हो'
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि एसआईआर देश में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि देश का वैध नागरिक वोट करे और घुसपैठिये देश से बाहर हों. गृहमंत्री ने आगे कहा कि दो दिन तक संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी. लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की गई कि हम चर्चा नहीं करना नहीं चाहते हैं.
हम बीजेपी और एनडीए के लोग कभी भी चर्चा से नहीं हारे. उन्होंने कहा कि विपक्ष की एसआईर पर चर्चा की मांग थी, यह चुनाव आयोग का काम है. अगर इस पर चर्चा होती तो इस पर जवाब कौन देगा? जब ये चुनाव सुधार पर चर्चा के लिए तैयार हुए तो हमने दो दिन चर्चा की.
भाजपा और कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
वहीं, अब इस मामले पर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि शाह लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ते रहे और असली सवालों का जवाब नहीं दिया. गोगोई ने दावा किया कि पार्टी ने चुनाव आयोग से कई बार शिकायतें की हैं, फिर भी सरकार अब मतदाता सूची को 'दूषित' बताकर SIR को सही ठहरा रही है. उन्होंने सवाल किया कि चुनाव के दौरान भाजपा ने '400 पार' का दावा करते समय इन खामियों को क्यों नहीं उठाया.
'आपने डेढ़ घंटे सिर्फ बकैती की'
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी सत्ता पक्ष पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि अमित शाह जी, वोट चोरी पर सवालों का जवाब देने के बजाय आपने डेढ़ घंटे सिर्फ बकैती की है. अगर हिम्मत है, तो राहुल गांधी जी की खुली चुनौती को स्वीकार कर उनसे डिबेट कीजिए. उन्होंने यह भी कहा कि UPA सरकार के दस साल में 88,000 से अधिक घुसपैठियों को देश से बाहर किया गया था, जबकि NDA सरकार के 11 सालों में यह संख्या केवल 2,400 रही. उन्होंने कहा कि यदि घुसपैठिए बढ़ रहे हैं तो यह सरकार की नाकामी है और गृह मंत्री को जवाबदेह होना चाहिए.
भाजपा का कड़ा ऐतराज
अमित शाह के भाषण के बीच विपक्ष सांसदों ने वॉकआउट कर दिया, जिस पर भाजपा ने कड़ा ऐतराज जताया. BJP सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि दो दिनों से बहस की मांग करने वाले विपक्ष को जवाब सुनने की भी 'सहनशीलता' नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष SIR और EVM पर लगातार भ्रम फैलाता रहा है और अब सच सामने आने से डर गया.
'विपक्ष की प्रचार मुहिम चकनाचूर'
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा कि शाह ने SIR पर विपक्ष की प्रचार मुहिम को चकनाचूर कर दिया है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि SIR का उद्देश्य मतदाता सूची को पारदर्शी बनाना है और विपक्ष का विरोध यह दिखाता है कि वह 'घुसपैठियों के वोटों' पर निर्भर है.