Arvind Kejriwal Statement: ‘केवल एक तरफा बातचीत….’, अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर लगाया ट्रंप के सामने सरेंडर करने का आरोप
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर केंद्र सरकार पर ट्रंप के सामने झुकने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय किसानों, व्यापारियों और युवाओं के हितों को खतरे में डाला जा रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वे अमेरिकी दबाव में न आएं और देश की गरिमा की रक्षा करें.
Arvind Kejriwal Statement: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने झुकने का आरोप लगाया है. उन्होंने बुधवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार भारतीय किसानों, व्यापारियों और युवाओं के हितों को दांव पर लगाकर सिर्फ अमेरिका को खुश करने की कोशिश कर रही है.
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि कपास किसानों को विशेष तौर पर निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि अमेरिकी दबाव के चलते केंद्र सरकार भारत के कपास उद्योग को कमजोर कर रही है. उनका कहना है कि यह वार्ता एकतरफा है और भारतीय बाजार को पूरी तरह से अमेरिकी कंपनियों के लिए खोलने का काम किया जा रहा है.
अरविंद केजरीवाल का ट्वीट
केजरीवाल ने लगाया आरोप
केजरीवाल ने अपने संदेश में लिखा, 'ट्रम्प को खुश करने के लिए देशभर के कपास किसानों को दांव पर लगा दिया. दोनों देशों के बीच ये कैसी बातचीत है? केवल एकतरफा बातचीत? अपने किसानों, व्यापारियों और युवाओं के रोजगार को ताक पर रखकर भारतीय बाजार को अमेरिकियों के लिए खोला जा रहा है. अगर पूरा भारतीय बाजार अमेरिकियों के कब्जे में चला गया तो हमारे लोग कहां जाएंगे?'
अर्थव्यवस्था को नुकसान
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस वार्ता में देश के हितों की रक्षा करनी चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को खुश करने के प्रयास भारतीय अर्थव्यवस्था और 140 करोड़ भारतीयों की गरिमा के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह 'सरेण्डर' न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा बल्कि यह पूरे देश का अपमान भी है.
केजरीवाल का पीएम से अपील
केजरीवाल ने अपने संदेश के अंत में प्रधानमंत्री से अपील की कि वे कमजोर न पड़ें और देश के मान-सम्मान और किसानों के हितों की रक्षा करें. उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में तीखी बहस शुरू हो गई है. जहां विपक्ष इसे सरकार की कमजोर कूटनीति बता रहा है, वहीं सत्तापक्ष का कहना है कि भारत-अमेरिका वार्ता से देश को दीर्घकालिक लाभ होगा.
द्विपक्षीय व्यापार वार्ता पर टिप्पणी
यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने द्विपक्षीय व्यापार वार्ता को लेकर सकारात्मक टिप्पणी की थी. दोनों नेताओं ने भरोसा जताया था कि यह बातचीत दोनों देशों के लिए लाभकारी होगी. हालांकि, विपक्ष और अब आम आदमी पार्टी का आरोप है कि यह वार्ता संतुलित नहीं है और इसमें भारत के हितों की अनदेखी हो रही है.
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