गोवा में छाया आप का हेल्थ मॉडल, 800 से ज्यादा फ्री हेल्थ कैंपों में 20,000 से ज्यादा मरीजों का मुफ्त इलाज

गोवा में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं. जमीनी फीडबैक के अनुसार, इन हेल्थ कैंपों ने आम आदमी पार्टी की छवि को काफी मजबूत किया है.

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Hemraj Singh Chauhan

पणजी: गोवा में लंबे समय से स्वास्थ्य सेवाओं की कमी आम आदमी की सबसे बड़ी परेशानी रही है. छोटी-मोटी बीमारी के लिए भी लोगों को दूर शहर के बड़े अस्पतालों का चक्कर लगाना पड़ता था. लेकिन अब तस्वीर बदल रही है. आम आदमी पार्टी (AAP) गोवा ने पिछले कुछ महीनों में 800 से अधिक मुफ्त हेल्थ कैंप लगाकर 20,000 से ज्यादा मरीजों का मुफ्त या नॉमिनल शुल्क पर इलाज किया है.

“इलाज जनता तक जाए, जनता अस्पताल न दौड़े” – AAP का सफल मॉडल

दिल्ली और पंजाब में सफल “मोहल्ला क्लिनिक” मॉडल की तर्ज पर गोवा AAP ने गांव-गांव और मोहल्ले-मोहल्ले में हेल्थ कैंप शुरू किए. इन कैंपों में लोगों को मिल रहा है:

मुफ्त डॉक्टरी परामर्श

ब्लड प्रेशर, शुगर, हीमोग्लोबिन सहित बेसिक जांचें फ्री

जरूरत पड़ने पर मुफ्त या बेहद सस्ती दवाइयां

बुजुर्गों व बच्चों के लिए प्राथमिकता पर इलाज

लोगों का कहना है, “पहले एक छोटी सी बीमारी के लिए भी 500-1000 रुपए और पूरा दिन खराब हो जाता था. अब घर से 5 मिनट की दूरी पर डॉक्टर और दवा दोनों मिल जाते हैं.

पंचायत चुनाव से पहले बदला माहौल

गोवा में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं. जमीनी फीडबैक के अनुसार, इन हेल्थ कैंपों ने आम आदमी पार्टी की छवि को काफी मजबूत किया है. कई गांवों में लोग खुलकर कह रहे हैं. “बीजेपी ने 10 साल में बड़े-बड़े अस्पतालों के नाम पर सिर्फ घोषणाएं कीं, लेकिन AAP ने 6-8 महीने में ही घर-घर तक इलाज पहुंचा दिया.”

गोवा AAP के बड़े दावे

800+ हेल्थ कैंप पूरे गोवा में

20,000 से अधिक मरीजों का इलाज

50,000 से ज्यादा फ्री टेस्ट और दवाइयां वितरित

ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में सबसे ज्यादा फोकस

आम आदमी पार्टी गोवा के संयोजक अमित पालेकर ने कहा, “हमारा मॉडल बहुत साफ है – प्रचार नहीं, काम. दिल्ली- पंजाब की तरह गोवा में भी हम फ्री और बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा देंगे. ये हेल्थ कैंप सिर्फ शुरुआत हैं. अगर जनता हमें मौका देगी तो हर पंचायत में परमानेंट मोहल्ला क्लिनिक खोलेंगे.”

जनता का रिएक्शन

बेटिम की रुक्मिणी आंटी (68 वर्ष): “मुझे हर महीने ब्लड प्रेशर की दवा के लिए पणजी जाना पड़ता था. अब कैंप में ही दवा मिल जाती है.”

काणकोण के युवक संतोष: “मेरे बच्चे की खांसी से परेशान था. प्राइवेट डॉक्टर 800 रुपये लेते थे, यहां फ्री में इलाज और दवा मिल गई.”