World AIDS Vaccine Day 2025: HIV एक ऐसा वायरस है जो धीरे-धीरे शरीर की इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है. इससे व्यक्ति अलग-अलग इंफेक्शन और जानलेवा बीमारी का शिकार हो जाता है. दुनियाभर में HIV/AIDS के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए, एक प्रभावी और सुरक्षित एचआईवी वैक्सीन की जरूरत ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है. इस गंभीर मुद्दे को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 18 मई को 'वर्ल्ड एड्स वैक्सीने डे' या 'एचआईवी वैक्सीने अवेयरनेस डे' मनाया जाता है.
वर्ल्ड एड्स वैक्सीने डे की शुरुआत 18 मई 1997 को हुई थी, जब अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने मर्केन स्टेट यूनिवर्सिटी में दिए अपने एक भाषण में एचआईवी वैक्सीने के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा था, 'केवल एक प्रभावी, निवारक एचआईवी वैक्सीने ही एड्स के खतरे को सीमित कर सकता है और इसे समाप्त कर सकता है.' राष्ट्रपति के इस भाषण के बाद, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (NIAID) ने इस दिशा में पहल की और पहली बार 18 मई 1998 को वर्ल्ड एड्स वैक्सीने डे मनाया गया. तभी से यह दिन हर साल मनाया जाने लगा.
वर्ल्ड एड्स वैक्सीने डे, एचआईवी वैक्सीने शोध की आवश्यकता और महत्ता को वैश्विक स्तर पर उठाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. इस दिन, पूरी दुनिया में लोग एकजुट होते हैं और उन लाखों लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिनकी एड्स के कारण मौत हो चुकी है. इसके अलावा, यह दिन एचआईवी/एड्स से जुड़ी भ्रांतियों और गलत धारणाओं को दूर करने का भी एक अहम मौका होता है.
इस दिन हम उन सभी शोधकर्ताओं, डॉक्टरों, हेल्थकेयर पेशेवरों और स्वेच्छा से काम करने वाले लोगों का धन्यवाद करते हैं, जो एचआईवी वैक्सीने के निर्माण में अपनी जान लगा रहे हैं. उनकी मेहनत और समर्पण की वजह से ही हम आशा करते हैं कि एक दिन एचआईवी/एड्स से छुटकारा पाया जा सके.